Gujarat IELTS News: अमेरिकी अधिकारियों के अनुरोध पर गुजरात में एक जांच में एक बड़े घोटाले का पता चला है, जिसमें विदेशी प्रवास के इच्छुक उम्मीदवार बुनियादी अंग्रेजी जाने बिना भी आईईएलटीएस प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए मोटी रकम का भुगतान करते हैं. गुजरात के एक समूह के बाद जांच शुरू की गई थी जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने अवैध प्रवेश के प्रयास के लिए पकड़ा था. उन्हें जब अदालत में पेश किया गया था तब वे अंग्रेजी नहीं बोल पा रहे थे.
अच्छे नंबर होने के बावजूद अंग्रेजी बोलने में असमर्थ
छह युवकों के समूह को मई में कनाडा की सीमा के पास एक नाव पर अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. छात्र वीजा पर पकड़े जाने के दो हफ्ते पहले ही वे गुजरात से कनाडा के लिए रवाना हुए थे और उनके पास हाई आईईएलटीएस स्कोर थे. लेकिन जब उनमें से चार को अदालत में पेश किया गया तो वे अंग्रेजी नहीं बोल पा रहे थे.
लोग फेक IELTS सर्टिफिकेट के लिए मोटी रकम दे रहे
इसके बाद, अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के अनुरोध पर मेहसाणा पुलिस ने जांच शुरू की थी. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार जांच से पता चला है कि कम से कम 950 कैंडिडेट पर इस साल 14 लाख रुपये का भुगतान करके धोखाधड़ी से हाई IELTS स्कोर हासिल करने का संदेह है.
कैसे होती है नकल?
ऐसा माना जाता है कि जिस परीक्षा केंद्र में कैंडिडेट ने अपनी IELTS की परीक्षा दी थी, वह सीधे तौर पर घोटाले में शामिल था. जांच से पता चला है कि ध्रुव पटेल, नील पटेल, उर्विश पटेल और सावन पटेल के रूप में पहचाने गए चार छात्र 25 सितंबर, 2021 को दक्षिण गुजरात के नवसारी शहर के एक केंद्र में IELTS परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे.
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