Morbi Bridge Collapse Case: गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को मोरबी पुल ढहने के मामले में 1,262 पन्नों की चार्जशीट पेश की और ओरेवा समूह के निदेशक जयसुख पटेल को मुख्य आरोपी बनाया. राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक यादव ने मीडिया को बताया कि 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है, जिनमें से नौ को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि निदेशक फरार है. अधिकारी ने बताया कि प्रबंधक दीपक पारेख, दिनेश दवे, तीन सुरक्षा गार्ड, दो टिकट क्लर्क और इतने ही निजी संविदा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है और वे न्यायिक हिरासत में हैं.


पटेल ने अग्रिम जमानत याचिका की दायर
पटेल ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. ओरेवा समूह के खिलाफ प्रमुख आरोप यह है कि उचित फिटनेस प्रमाण पत्र के बिना उन्होंने झूला पुल जनता के लिए खोल दिया. नगर पालिका ने कहा: हमने कंपनी को कोई फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं किया था, और इसने हमें यह भी सूचित नहीं किया है कि यह लोगों के लिए झूला पुल खोल रहे है. गुजरात के मोरबी शहर में पिछले साल अक्टूबर में एक झूला पुल टूटने की घटना में पुलिस ने शुक्रवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया. इस हादसे में 135 लोग मारे गए थे. पुलिस उपाधीक्षक पी एस जाला ने मोरबी सत्र अदालत में 1200 से अधिक पन्नों का आरोप पत्र दायर किया. जाला मामले के जांच अधिकारी हैं.


मजिस्ट्रेट अदालत पहले ही जारी कर चुकी है गिरफ्तारी वारंट
सूत्रों के मुताबिक, मोरबी में झूला पुल गिरने की घटना के सिलसिले में जेल में बंद नौ आरोपियों के अलावा ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल को आरोप पत्र में दसवें आरोपी के रूप में नामजद किया गया है. अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (ओरेवा ग्रुप) मोरबी में मच्छू नदी पर बने ब्रिटिश काल के इस झूला पुल का संचालन करती थी. मजिस्ट्रेट अदालत 30 अक्टूबर 2022 को हुए इस हादसे को लेकर जयसुख पटेल के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है. पटेल की अग्रिम जमानत याचिका पर एक फरवरी को सुनवाई होगी.


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