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'एक्ट ऑफ गॉड' या 'एक्ट ऑफ फ्रॉड', विपक्ष ने मोरबी हादसे को लेकर पीएम मोदी पर बोला हमला
Morbi Bridge Accident: मोरबी पुल हादसे में सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
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Morbi Cable Bridge Accident: गुजरात (Gujarat) के मोरबी जिले (Morbi District) में रविवार (30 अक्टूबर) को केबल ब्रिज दुर्घटना (Cable Bridge Accident) में अब तक 141 लोगों की मौत हो गई है. मौतों का ये आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है. वहीं, इस हादसे को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार (BJP Government) विपक्ष के निशाने पर आ गई है. गुजरात की बीजेपी सरकार ने घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने की घोषणा भी कर दी है.
वहीं, इस मामले को लेकर 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस बीच विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया और पूछा कि क्या यह 'एक्ट ऑफ गॉड' या 'एक्ट ऑफ फ्रॉड' है. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने साल 2016 में कोलकाता में एक फ्लाईओवर ढहने के कारण कई लोगों के मारे जाने के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार (Mamta Banerjee Government) के खिलाफ हमला बोलते हुए पूछा था कि यह 'एक्ट ऑफ गॉड' या 'एक्ट ऑफ फ्रॉड'.
खरगे और राहुल ने व्यक्त किया दुख
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए गुजरात कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करने के लिए कहा है.
कांग्रेस ने कसा तंज
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) इन दिनों चुनाव प्रचार के लिए गुजरात के दौरे पर हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह सप्पल के पुल के ढहने का एक ट्विटर साझा करते हुए बीजेपी पर हमला साधते हुए कहा कि यह बीजेपी के पसंदीदा कांट्रेक्टर का एक्ट 'ऑफ फ्रॉड' का एक उदाहरण है. ये इसलिए है क्योंकि पैसों के लालच में निर्माण की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है, जैसा कि मोदी पीएम मोदी ने कोलकाता में पुल ढहने में समझाया था.
Of course Modi ji should know as CM Gujarat he built up coterie of favoured Civil Contractors who are now taking contracts all over India in BJP ruled States and in GOI. #MorbiBridgeCollapse https://t.co/1LofHzOSpL
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 31, 2022
दिग्विजय सिंह के अलावा यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह गुजरात सरकार के धोखाधड़ी अधिनियम के कारण, 141 से ज्यादा लोग नदी में डूब गए. सैकड़ों घायल हैं. दर्जनों लापता हैं. उन्होंने गुजरात के केवड़िया में रविवार (30 अक्टूबर) को सरदार पटेल की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर पीएम मोदी के भाषण के कुछ अंश साझा करते हुए कहा कि पूरे 27 मिनट का भाषण था. शोक सभा के बजाय सरकारी कार्यक्रम जारी रहा. नदी में अब भी हैं लाशें हैं, 141 से ज्यादा परिवार तबाह..! लेकिन साहब का एक ही सिद्धांत है, शो मस्ट गो ऑन.
कांग्रेस के महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने गुजरात में मोरबी सस्पेंशन ब्रिज त्रासदी में मारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखते हुए भारत जोड़ो यात्रियों की तस्वीरें साझा कीं. गुजरात के मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बना पुल रविवार (30 अक्टूबर) शाम ढह जाने से कम से कम 134 लोगों की मौत हो गई.
शिवसेना ने की जांच की मांग
इनके अलावा शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है. घटना को लेकर विपक्ष का कहना है कि पहली नजर में यह आपराधिक लापरवाही और घोर कुशासन का मामला लगता है. इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. शिवसेना सांसद चतुर्वेदी ने पोस्ट किया कि ये पीएम के दिए भाषण में उल्लिखित 'एक्ट ऑफ गॉड' या 'एक्ट ऑफ फ्रॉड' की याद दिलाता है, जब पश्चिम बंगाल में एक पुल गिर गया था.
संजय सिंह ने सरकार पर दागे कई सवाल
मोरबी पुल दुर्घटना को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने भी सरकार पर कई सवाल दागे. आप नेता ने पूछा कि मोरबी का पुल क्यों टूटा? उन्होंने कहा कि घड़ी बनाने वाली कंपनी को मोरबी पुल का ठेका क्यों दिया गया, जिस कंपनी ने कभी कोई पुल नहीं बनाया. उन्होंने आरोप लगाया कि बिना टेंडर के ओरेवा कंपनी को ठेका दिया गया. इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस टेंडर के बदले किसने और कितने पैसे खाए? संजय सिंह यही नहीं रुके. उन्होंने पूछा कि 8 महीने की बजाय 5 महीने में ही पुल को क्यों चालू किया गया? उन्होंने ओरेवा कंपनी पर बीजेपी को चंदा देने का भी आरोप लगाया.
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