हेट स्पीच मामले में फिर मुश्किल में मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी, जानें अब क्या हुआ?
Mufti Salman Azhari: 8 फरवरी को मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को हेट स्पीच मामले में गिरफ्तार किया गया था. एसपी शेफाली बरवाल ने कहा कि एक वीडियो से पता चला कि अजहरी ने उत्तेजक भाषण दिया.
Gujarat News: हेट स्पीच मामले में मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें बढ़ गई है. उनके खिलाफ इस मामले में गुजरात में एक और मामला दर्ज किया गया है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुंबई में रहने वाले मौलाना के खिलाफ मामला दर्ज होने की पुष्टि एक अधिकारी ने कही है. एसपी शेफाली बरवाल ने कहा, अजहरी ने 24 दिसंबर को मोडासा के एक खुले मैदान में भड़काऊ भाषण दिया था.
अजहरी को 31 जनवरी को जूनागढ़ के बी डिवीजन थाना की सीमा में कथित तौर पर नफरत भरा भाषण देने के बाद पांच फरवरी को मुंबई से हिरासत में लिया गया था. इसके बाद कच्छ पूर्व पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर 31 जनवरी को भचाऊ तालुका के सामाखियारी गांव में कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के लिए 8 फरवरी को अजहरी को गिरफ्तार कर लिया था.
एसपी बरवाल ने कहा, “जूनागढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद, हमें पता चला कि अजहरी 24 दिसंबर को एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाषण देने के लिए मोडासा में था. स्थानीय व्यक्ति ने धर्म और नशामुक्ति पर बात करने का दावा किया था. हालांकि, एक वीडियो से पता चला कि अजहरी ने कार्यक्रम में उत्तेजक भाषण दिया.”
जूनागढ़ और कच्छ पूर्व में, अजहरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153बी (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (सार्वजनिक उत्पात के लिए उकसाने वाला बयान देना) के तहत मामले दर्ज किए गए थे.
बरवाल ने कहा कि मोडासा में धारा 153बी और 505(2) के अलावा, अजहरी के खिलाफ धारा 298 के तहत “किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर भाषण देने” के आरोप लगाए गए हैं.
मुफ्ती सलमान अजहरी सुन्नी सूफी मुस्लिम विद्वान हैं. वह काहिरा के अल अजहर यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. उन्हें नरसिम्हानंद सरस्वती को आग पर चलने की चुनौती दी थी जिसके बाद वो सुर्खियों में आए. इस चुनौती के लिए कई विद्वानों से भारी समर्थन मिला था. वो इस्लामिक उपदेश देने के साथ साथ अलग-अलग सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में भी एक्टिव रहते हैं.