नारायण साईं को मिली जमानत, जोधपुर जेल में पिता आसाराम से करेगा मुलाकात
Narayan Sai Bail: आसाराम की बढ़ती उम्र को देखते हुए नारायण साईं ने अपने पिता से मिलने के लिए गुजरात हाई कोर्ट से 30 दिन की अंतरिम जमानत मांगी थी. इसमें आसाराम की बीमारी का जिक्र किया गया था.
Narayan Sai Gets Bail: रेप के मामले में गुजरात के सूरत जेल में सजा काट रहे नारायण साईं को जोधपुर जेल में अपने बुजुर्ग पिता आसाराम से मिलने की इजाजत दे दी गई है. आसाराम की बढ़ती उम्र को देखते हुए नारायण साईं ने आसाराम से मिलने के लिए गुजरात हाई कोर्ट में अर्जी दी थी. डबल जज की बेंच की ओर से सकारात्मक जवाब दिया गया है. नारायण साईं अपने पिता आसाराम से जोधपुर जेल में 4 घंटे तक मुलाकात करेंगे.
आसाराम की बढ़ती उम्र को देखते हुए नारायण साईं ने अपने पिता से मिलने के लिए गुजरात हाई कोर्ट से 30 दिन की अंतरिम जमानत मांगी थी. जिसमें कहा गया कि आसाराम 86 साल के हैं. वे वृद्धावस्था संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं. वह जोधपुर जेल में बंद हैं. इससे पहले उन्हें जोधपुर AIIMS में भर्ती कराया गया था. फिर उन्हें एक आयुर्वेदिक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डबल जज की बेंच ने नारायण साईं को दी इजाजत
याचिका में आगे कहा गया था कि आसाराम की तबीयत खराब हो गई है. दिल का दौरा भी पड़ता है. एंजियोग्राफी से पता चला कि उनकी दो नसों में 90 प्रतिशत ब्लॉक है. उनका हीमोग्लोबिन भी कम था और इंटरनल ब्लीडिंग भी था. वह डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं. 11 साल से बेटे और पिता की मुलाकात नहीं हुई है. इस याचिका पर डबल जज की बेंच की ओर से मानवता दिखाते हुए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई.
नारायण साईं को उठाना होगा फ्लाइट का खर्च
हालांकि कोर्ट 30 दिन की अंतरिम जमानत देने पर सहमत नहीं हुआ. इसलिए कोर्ट ने आदेश दिया कि नारायण साईं को पुलिस जाप्ते के तहत फ्लाइट से सूरत से जोधपुर जेल ले जाया जाएगा. इसमें एक एसीपी, एक पीएसआई, 2 हेड कांस्टेबल और 2 कांस्टेबल शामिल होंगे. ये सारा खर्च नारायण साईं चुकाएगा. लागत के लिए पहले सरकारी खजाने में 5 लाख रुपये जमा कराने होंगे.
आसाराम से 4 घंटे तक मिल सकेंगे नारायण साईं
जोधपुर जेल में नारायण साईं और आसाराम के बीच 4 घंटे की मुलाकात हो सकती है. पिता-पुत्र के अलावा कोई भी व्यक्ति दोनों से नहीं मिल सकता है. समय और दिन अथॉरिटी की ओर से तय किया जाएगा. नारायण साईं 7 दिन के अंदर जमानत राशि जमा करा देगा. आदेश की कॉपी जेल अथॉरिटी को फैक्स और ई-मेल से भेजी जाएगी.
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