Par-Tapi-Narmada Project: वंसदा के कांग्रेस विधायक अनंत पटेल ने सोमवार को राज्य के आदिवासी समुदाय से गांधीनगर को पार-तापी-नर्मदा नदी जोड़ने की परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया. यह आह्वान इसलिए किया गया क्योंकि 25 मार्च को यहां एक बैठक की योजना है. वलसाड जिले के कपराडा में एक विरोध सभा को संबोधित करते हुए, पटेल ने कहा, “अपनी ताकत दिखाने और विरोध को गांधीनगर तक ले जाने का समय आ गया है. हम वलसाड और डांग में बांध नहीं चाहते हैं.


'इस परियोजना के माध्यम से, हमारी जमीनें छीन ली जाएंगी'


अनंत पटेल ने आगे कहा कि इस परियोजना के माध्यम से, हमारी जमीनें छीन ली जाएंगी… हम अपने घरों और कृषि क्षेत्रों से बाहर हो जाएंगे… हम कंक्रीट के जंगलों में नहीं रहना चाहते, बल्कि प्राकृतिक जंगलों में रहना चाहते हैं. वघई (डांग), धरमपुर (वलसाड) और व्यारा (तापी जिला) में नदी जोड़ो परियोजना के बारे में जागरूकता बैठकें आयोजित करने के बाद, विभिन्न आदिवासी संगठनों ने कपराडा में जनसभा आयोजित की जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित तीनों जिलों के लोगों ने भाग लिया. जिसमें नेता प्रतिपक्ष सुखराम राठवा भी मौजूद थे.


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'आंदोलन को गांधीनगर तक ले जाने का समय आ गया है'


उन्होंने यह दावा करते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-'23 के अपने बजट भाषण पर-तापी-नर्मदा नदी-जोड़ने की परियोजना का उल्लेख किया है. विधायक ने कहा, “राज्य सरकार ने कहा कि परियोजना नहीं होगी हालांकि, कुछ दिनों बाद राज्य के वित्त मंत्री कानू देसाई ने अपने राज्य के बजट भाषण में उल्लेख किया कि वलसाड, डांग और नवसारी में चेक डैम बनाने के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. हम चाहते हैं कि राज्य सरकार इस पर श्वेत पत्र लाए. राज्य भर के आदिवासियों से गांधीनगर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की अपील करते हुए, राठवा ने कहा, “आपने तापी, वलसाड और डांग में विरोध किया है. अब आंदोलन को गांधीनगर तक ले जाने का समय आ गया है.


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