Gujarat News: अंबाजी मंदिर में बांटे गए प्रसाद को लेकर गुजरात विधानसभा में हंगामा, जानें कांग्रेस विधायकों ने क्या उठाई थी मांग?
Gujarat: अंबाजी मंदिर के प्रसाद में बदलाव को लेकर कुछ कांग्रेस सदस्यों ने विधानसभा में विरोध किया. अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट ने मंदिर के प्रसाद को मोहन थाल से चिक्की में बदल दिया था.
Gujarat Latest News: गुजरात विधानसभा (Gujarat Assembly) में शुक्रवार को अंबाजी मंदिर (Amba Ji Temple) में बाटें गए प्रसाद को लेकर हंगामा हो गया. इस हंगामे के बाद कांग्रेस विधायकों को एक दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने "मोहन थाल" के बजाय "चिक्की" प्रसाद पर विधानसभा में चर्चा की मांग की थी.
दरअसल, उत्तरी गुजरात के प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर में तीर्थयात्रियों को प्रसाद के रूप में वितरित की गई थी. इसी पर इन विधायकों ने चर्चा की मांग की थी. इतना ही नहीं कुछ कांग्रेस सदस्यों ने विधानसभा में विरोध किया. इतना ही नहीं उन्होंने विधानसभा में 'मोहनथाल' प्रसाद भी बांटा.
स्पीकर शंकर चौधरी ने दिए जांच के आदेश
वहीं कांग्रेस विधायकों द्वारा मिठाई बांटे जाने पर बीजेपी विधायक रमनलाल वोरा ने आपत्ति जताई. इसके बाद विधानसभा स्पीकर शंकर चौधरी ने सदन के पटल पर बांटी गई सामग्री की फॉरेंसिक जांच के आदेश भी दिए. अंबाजी मंदिर के श्री अरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट ने 3 मार्च को मंदिर के प्रसाद को मोहन थाल से चिक्की में बदल दिया था. ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें प्रसाद बदलने के निर्देश दिए गए थे.
हालांकि अधिकारी ने ये नहीं बताया कि उन्हें प्रसाद बदलने के लिए किसने कहा था. इस ट्रस्ट का नेतृत्व बनासकांठा के कलेक्टर करते हैं. वहहां मंदिर के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मोहन थाल 500 से अधिक वर्षों से मंदिर का प्रसाद रहा है. प्रसाद बदलने के बाद से ही विभिन्न समूह इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
बता दें विधानसभा में बजट प्रस्तावों पर चर्चा के आखिरी दिन यह मुद्दा तब उठा जब क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कांति खराड़ी ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की. हालांकि विधायक की इस मांग को स्पीकर चौधरी ने यह कहते हुए मामने से इंकार कर दिया कि नियम 116 के तहत चर्चा कराने का निर्णय केवल अध्यक्ष का है.
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