Queen Elizabeth II Gandhi Ashram Visit: ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 70 साल तक शासन करने के बाद 96 वर्ष की आयु में बालमोरल में निधन हो गया है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने इस दौरान कई बार भारत का दौरा किया. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) और उनके पति ने आज से ठीक 61 साल पहले भारत का दौरा किया था. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने भारतीय दौरे के दौरान 31 जनवरी को 1961 को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंची थीं. ये गुजरात के लिए ऐतिहासिक दिनों में से एक था. उस वक्त गुजरात के राज्यपाल नवाब मेहदी नवास जंग थे. जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय आईं तो गुजरात के राज्यपाल नवाब मेहदी नवास जंग और उनकी पत्नी ने उनका स्वागत किया.
1961 को अहमदाबाद आईं थीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय जैसे ही अहमदाबाद हवाई अड्डे से निकलीं तो उन्हें देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय खुली कार में सवार थीं और वो राजभवन यानी राज्यपाल के आवास की ओर जा रहीं थी. सड़कों पर खचाखच भीड़ थी. हर कोई महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मिलना चाहता था. लोग दूर से ही उनका सम्मान कर रहे थे. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति को बधाई देने के लिए कोई अपनी कार के ऊपर बैठा था, तो कोई अपनी घर की छतों पर चढ़ गया था. गुजरात के सभी लोगों ने दिल खिलकर शाही जोड़े का स्वागत किया. महारानी भी कार में खड़ी होकर सभी का अभिवादन स्वीकार रहीं थीं.
उन्हें देखने के लिए लोगों ने ली थी छुट्टी
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति को देखने के लिए काफी भीड़ सड़कों पर थी. पुलिस को रास्ता साफ करवाने में काफी मसक्कतों का सामना करना पड़ा था. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि, ये वक्त दोपहर का था. उस वक्त अहमदाबाद में लगभग दो-तिहाई लोग ऐसे थे जो कपास मिलों में काम किया करते थे. इन सभी लोगों ने शाही जोड़े महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति की एक झलक पाने के लिए छुट्टी ली थी. जैसे ही ये शाही जोड़े संकरी गलियों से गुजरते थे, भीड़ इन्हें देखने के लिए शाही जोड़े की कार के पास आ जाती थी.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गांधी आश्रम का किया था दौरा
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति को अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर महात्मा गांधी के आश्रम को देखने के लिए जाना था. उस वक्त यहां कई भारतीय नेता रहा करते थे. 31 जनवरी, 1961 को अहमदाबाद की अपनी यात्रा के दौरान महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का कस्तूरभाई लालभाई ने स्वागत किया था. यहां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गांधी आश्रम को करीब से देखा और सभी से इतिहास के बारे में जानकारी ली. यहां बता दें, साबरमती नदी के तट पर स्थित साबरमती आश्रम 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का घर था और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केंद्रों में से एक के रूप में कार्य करता था. यहीं से 12 मार्च 1930 को गांधीजी ने प्रसिद्ध दांडी यात्रा शुरू की थी.
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