Rajkot Police: गुजरात के राजकोट की एक पुलिस टीम (Rajkot Police) ने नकली नोट छापने के मामले के मुख्य आरोपी रमेश बाबू कस्तूरी को हैदराबाद (Hyderabad) से गिरफ्तार कर लिया है. एक डिवीजन पुलिस सब-इंस्पेक्टर बीएच परमार (BH Parmar) और उसकी टीम कस्तूरी को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बुधवार को राजकोट पहुंचने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद आरोपी को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
इस मामले में आया था कस्तूरी का नाम
20 जनवरी को राजकोट पुलिस ने नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जब दो व्यक्तियों ने मनी ट्रांसफर के लिए 'आंगडिया पेढ़ी' (पारंपरिक कूरियर सेवा) के पास 2.50 लाख रुपये के नकली नोट जमा करने का प्रयास किया था. इस मामले में पुलिस ने पुणे से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इन्हीं लोगों ने कस्तूरी के नाम का खुलासा किया था.
बहन के साथ मिलकर करता था नकली नोटों का धंधा
दरअसल, कस्तूरी को तेलंगाना पुलिस ने सितंबर 2022 में हैदराबाद से गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. इसके बाद उसने नकली नोट फिर से छापना शुरू कर दिया. बताया जाता है कि कस्तूरी और उसकी बहन के. रामेश्वरी महामारी के बाद नकली नोटों की छपाई करने वाले गैंग में शामिल हो गए थे.
तेलंगाना पुलिस का मानना है कि दोनों ने कम से कम 60 से 70 लाख रुपये के नकली नोटों को बाजार में उतारा होगा. गौरतलब है कि व्यापारिक रूप से समृद्ध राज्य गुजरात तेजी अवैध गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है. दरअसल, यहां से बड़े पैमाने पर विदेशों से आयात-निर्यात का काम होता. लिहाजा, ठग, नकली नोट के कारोबार और ड्रग्स के तस्करी के केंद्र के तौर पर गुजरात उभर रहा है.
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