Rajkot TRP Game Zone Fire Update: गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार (25 मई) को एक भीड़भाड़ वाले टीआरपी गेम जोन में लगी भीषण आग में बच्चों सहित 28 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस बीच राजकोट गेमिंग जोन का एक लेटर आया सामने आया है. इस लेटर में जो लोग गेमिंग जोन में अंदर जाते थे, उसने एक लेटर पर साइन लिए जाते थे.
दरअसल, गेमिंग जोन में अंदर जाने से पहले वहां के कर्मचारी लोगों से एक फॉर्म भरवाते थे. इस फॉर्म में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि किसी भी हदसे की जिम्मेदारी व्यवस्थापकों की नहीं होगी. वहीं यह फॉर्म अंग्रेजी में है और कई शर्तों पर लोगों ने साइन भी किए हैं. इस फॉर्म से यह स्पष्ट है कि प्रबंधक जिम्मेदारियों से बचने के लिए इस तरह के फार्म पर साइन करवाते थे.
मासूम बच्चों के मौत का जिम्मेदार कौन?
वहीं बताया जा रहा है कि गेमिंग जोन के पास न ही फायर एनओसी थी और न ही सेफ्टी के उपाय. यहां तक की गेमिंग जोन के अंदर फायर एक्सटिंग्यूसर को एक कोने में प्लास्टिक में लपेटकर रखा गया था. अगर फायर एक्सटिंग्यूसर का इंस्टॉलेशन किया गया होता तो इस अग्निकांड को बढ़ने से रोका जा सकता था.
2021 में बनाए गए इस गेमिंग जोन में फायर एनओसी के लिए एप्लीकेशन तक नहीं लगाई गई थी. वहीं गेमिंग जोन के अंदर 1500 से 2000 लीटर डीजल भी रखा गया जो जनरेटर के लिए रखा गया था. इसके अलावा 1000 से 1500 लीटर पेट्रोल जमा किया था तो गो कार रेसिंग लिए था. जिसकी वजह से आग फैलती चली गई और टीआरपी गेम जोन का पूरा स्ट्रक्चर खाक हो गया.
फोटो वीडियो देखकर कापी रूह
बता दें राजकोट में टीआरपी गेमिंग जोन हादसे में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब तक 28 लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं. शनिवार को गेमिंग जोन में आग लगी और देखते ही देखते भयानक रूप ले लिया. आग लगते ही अफरा-तफरी मच गई. घटनास्थल के वीडियो और तस्वीरें सामने आई है वो रूह को कंपा देने वाली है.
वहीं, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने राजकोट गेमिंग जोन घटनास्थल का दौरा किया. इसके अलावा अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की.