Sabarkantha Crime News: साबरकांठा पुलिस ने गुरुवार सुबह जिले के गंभोई गांव के एक खेत में एक बच्चे के जिंदा दफन होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है. सुबह खेत में पहुंचने पर बच्चे को एक किसान ने देखा. कीचड़ के बाहर एक छोटा सा हाथ देखकर उसने दूसरों की मदद से उस जगह की खुदाई की, ताकि एक जीवित शिशु मिल सके. इसके बाद वे बच्चे को हिम्मतनगर सिविल अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
गंभोई पुलिस उपनिरीक्षक सी.एफ. ठाकोर ने दी जानकारी
गंभोई पुलिस उपनिरीक्षक सी.एफ. ठाकोर ने स्थानीय मीडिया को बताया कि, "हमें सूचना मिली थी कि हितेंद्रसिंह के खेत में एक शिशु को जिंदा दफना दिया गया था. शिशु को बचा लिया गया और अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने हितेंद्र सिंह और अन्य स्थानीय लोगों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है." अधिकारी ने कहा कि, एक बार माता-पिता या मां की पहचान हो जाने के बाद, एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की जाएगी और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं पर कार्रवाई की जाएगी.
किसान ने देखा था दबा हुआ हाथ
किसान हितेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा, "गुरुवार की सुबह जब मैं खेत का निरीक्षण कर रहा था, तो मैंने एक बच्चे का हाथ देखा, इसलिए मैंने एक बिजली वितरण कंपनी के कार्यालय के कर्मचारियों से मदद मांगी, जो मेरे खेत के ठीक बगल में है. वे सभी दौड़ पड़े और उनमें से एक उन्होंने बच्चे को बचाया. गड्ढा गहरा नहीं था और चूंकि बच्चा जीवित है, इसका मतलब है कि किसी ने इसे आज सुबह ही दफनाया होगा."
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