Shaktisinh Gohil On Rashtrapati Bhavan: राष्ट्रपति भवन के प्रतिष्ठित 'दरबार हॉल' और 'अशोक हॉल' का नाम बदलने जाने के बाद इस पर सियासत शुरु हो गई है. गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष और पार्टी सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने इस मसले को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ नाम बदलने में माहिर है.


गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा, ''आज राष्ट्रपति भवन में दो हॉल के नाम बदले गए हैं. संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति सरकार की सहायता और सलाह के आधार पर काम करते हैं. यह सरकार नाम बदलने में माहिर है.


बदलना है तो हालात बदलो- शक्ति सिंह गोहिल


कांग्रेस नेता तंज कसते हुए कुछ पंक्तियां कही, ''बदलना है तो हालात बदलो, ऐसे नाम बदलने से क्या होता है. देना है तो युवाओं को रोजगार दो, सबको बेरोजगार करने से क्या होता है. दिल को थोड़ा बड़ा करके देखो, लोगों को यूं डराने से क्या होता है. कुछ नहीं कर सकते हो तो कुर्सी छोड़ दो. बात-बात पर यूं डराने से क्या होता है. बदलना है तो हालात बदलो.'' 






कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, ''उन्होंने ये नाम इसलिए बदले हैं क्योंकि उनके पास करने के लिए और कुछ नहीं बचा है. लेकिन आखिरकार, जनता देख रही है और जागरूक है. यह सरकार सत्ता से जुड़े रहने के लिए कुछ भी कर रही है.''


दरबार हॉल और अशोक हॉल का नाम बदला


बता दें कि राष्ट्रपति भवन के ‘दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ के नाम गुरुवार (25 जुलाई) को बदल दिया गया. दरबार हॉल का नाम बदलकर ‘गणतंत्र मंडप’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ‘अशोक मंडप’ कर दिया गया है. पिछले साल राष्ट्रपति भवन परिसर में प्रसिद्ध मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया गया था.


राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारत के राष्ट्रपति का कार्यालय और निवास राष्ट्रपति भवन, राष्ट्र का प्रतीक और देश की एक अमूल्य धरोहर है. इसमें कहा गया, ''लोगों के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और लोकाचार को प्रतिबिंबित करने वाला बनाने का लगातार प्रयास किया गया है.''


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