Surat News: शहर के हवाईअड्डे से लगातार उड़ान भरने वालों ने सोशल मीडिया पर वाई-फाई (Wi-Fi), स्वच्छ पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी और प्री-पेड टैक्सी सेवा (pre-paid taxi service) की अनुपस्थिति को लेकर पोस्ट किया है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने हाल ही में घोषणा की कि वह 353 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समग्र विकास की दिशा में व्यापक रूप से काम कर रहा है. परियोजनाओं में मौजूदा टर्मिनल भवन का 8,474 वर्ग मीटर से 25,520 वर्ग मीटर तक विस्तार, पांच पार्किंग बे (parking bays) से 18 तक एप्रन का विस्तार और समानांतर टैक्सी ट्रैक का निर्माण शामिल है.
अधिकारियों ने किया खंडन
विस्तार के बाद टर्मिनल भवन व्यस्त समय के दौरान 1,200 घरेलू और 500 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा. जिससे वार्षिक यात्री क्षमता 2.6 मिलियन हो जाएगी. पल्लव बंसल, एक नियमित यात्री ने लगभग एक सप्ताह पहले 'वी वर्क फॉर वर्किंग एयरपोर्ट' (WWWAS) की सोशल मीडिया वॉल पर रंगीन पानी और डिस्पेंसर के विवरण के साथ वीडियो और तस्वीरें पोस्ट की थी. हालांकि एयरपोर्ट अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया था.
WWWAS के सदस्य ने कही ये बात
सूरत के हवाई अड्डे के निदेशक अमन सैनी ने कहा कि “हमारे अधिकारियों ने जांच की है और रंगीन पानी से संबंधित कोई समस्या नहीं है. स्वच्छ पेयजल उपलब्ध है.” करीब तीन हफ्ते पहले एक अन्य यात्री कौशिक दास ने अपने ट्विटर हैंडल से एयरपोर्ट पर वाई-फाई (Wi-Fi) नहीं होने का मुद्दा उठाया था. सूरत हवाई अड्डे के अधिकारियों ने उन्हें जवाब भी दिया था. WWWAS के एक सदस्य संजय जैन ने कहा, “बुनियादी सुविधाओं से संबंधित कई मुद्दे हैं लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है. वाई-फाई (Wi-Fi) नहीं होने के कारण कई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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