Gujarat Kidnapping Case: सूरत ग्रामीण पुलिस ने एक बच्चे के अपहरण के आरोप में वडोदरा जिले से एक डॉक्टर और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने छह साल बाद इस मामले का पर्दाफाश किया. कामरेज पुलिस निरीक्षक आरबी भटोर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जनवरी 2017 में खाठौर की सूफियाबेन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्चे को जन्म दिया था. डिलीवरी के बाद रात में बच्चा गायब हो गया, जिसकी कामरेज थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस को सालों बाद फोन आया कि 2017 में लापता हुआ बच्चा डॉ. कमलेश ओडे और उनकी पत्नी नयना के पास है और दोनों कर्जन में रहते हैं. इसके बाद पुलिस की टीम वहां भेजी गई और दंपति को छह साल के लड़के के साथ कामरेज लाया गया.


टीका लगवाने के बहाने बच्चे का किया अपहरण


अधिकारी ने कहा कि डॉ. कमलेश 108 मेडिकल इमरजेंसी सेवा में कार्यरत हैं और 2017 में कामरेज में तैनात थे. उनकी पत्नी नयना का गर्भपात हो गया था. गर्भधारण के बाद उसका दो से तीन बार गर्भपात हो चुका था और इसलिए दंपती ने किसी के बच्चे को अगवा करने की योजना बनाई थी. योजना को अंजाम देने के लिए महिला ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया था और टीका लगवाने के बहाने बच्चे का अपहरण कर लिया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि अपराध करने के बाद डॉ. कामरेज ने खुद को कर्जन में स्थानांतरित कर लिया और तब से वे कर्जन में रह रहे थे और बच्चे की अच्छी देखभाल कर रहे थे.


बता दें कि कल गुजरात पुलिस अलग-अलग जगहों से अगवा किए गए एक महीने के बच्चे सहित दो शिशुओं का 48 घंटे बाद पता लगाने में कामयाब रही. एक शिशु को धानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (दाहोद जिला) से अपहरण कर लिया गया था और डेढ़ वर्षीय बच्ची सूरत के पुराने शहर क्षेत्र से गायब हो गई थी. 


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