Gujarat Crime News: गुजरात के सूरत में 20 साल पहले हुई महिला की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. कत्ल के आरोपी उसके पति को पुलिस ने पकड़ लिया है. विनोद कुमार शर्मा नाम के शख्स पर आरोप है कि 20 साल पहले अपनी पत्नी की हत्या के बाद फरार हो गया था. पहले वो एयरफोर्स की नौकरी करता था. फरार होने के इतने दिनों तक उसने ना तो मोबाइल और ना ही बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया. उसने दूसरी शादी भी कर ली थी.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस आरोपी को लंबे वक्त से तलाश रही थी, इस दौरान क्राइम रिकॉर्ड खंगाले गए. पुलिस को कोरोना वैक्सीनेशन डिटेल्स की मदद से दूसरी पत्नी की की वजह से कुछ ऐसा सुराग मिला, जिससे आरोपी दो दशक बाद पुलिस ने धर दबोचा. 


पुलिस ने 20 साल बाद हत्यारे को पकड़ा


दरअसल, पत्नी उर्मिला की हत्या के बाद विनोद अपने बेटे राजशेखर को लेकर आगरा भाग गया था. पिछले हफ्ते आगरा में विनोद कुमार शर्मा की किराने की दुकान पर कुछ लोग पहुंचे और सामान्य तौर पर शर्मा के काम और जीवन के बारे में पूछताछ शुरू की, फिर पूछा, "आप वही आदमी हैं जिसने 20 साल पहले सूरत में अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी, है ना?" शर्मा को यह समझने में देर नहीं लगी कि सादे कपड़े पहने लोग सूरत पुलिस के अधिकारी थे. पुलिस ने आखिरकार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.


2004 में पत्नी की हत्या का आरोप


भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पूर्व कर्मचारी शर्मा पर 24 दिसंबर 2004 को सूरत में अपने घर पर अपनी पत्नी उर्मिला की हत्या का आरोप है. सूरत सिटी क्राइम ब्रांच पुलिस इंस्पेक्टर जेएन जाला ने कहा, "पूछताछ के दौरान, शर्मा ने खुलासा किया कि उसने वायु सेना छोड़ दी क्योंकि हीरा फैक्ट्री उसे पॉलिशर के रूप में काम करने के लिए 10,000 रुपये की पेशकश कर रही थी, जबकि उसकी एयरफोर्स में क्लर्क की नौकरी में उसे केवल 6,000 रुपये मिलते थे."


शख्स ने पत्नी की हत्या क्यों की थी?


फिर दंपति हीरों के शहर में बेहतर अवसरों की उम्मीद में सूरत चले गए. कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी. जहां शर्मा ने अपने स्कूटर पर कपड़े बेचना शुरू किया. वहीं पत्नी सिलाई का काम करती थी. कुछ समय बाद, उर्मिला एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आई, जिसके साथ संबंध बन गए. ये शर्मा के साथ अक्सर झगड़े का कारण बन गया.


पुलिस ने कहा कि 24 दिसंबर 2004 को जब उनका झगड़ा बढ़ गया तो शर्मा ने लोहे के पाइप से उर्मिला के सिर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. बाद में वो अपने 4 साल के बेटे को लेकर आगरा जाकर रहने लगा.


कोरोना वैक्सीनेशन पोर्टल से सुराग


पुलिस ने आगे कहा, ''कोविड टीकाकरण पोर्टल की जांच के दौरान उन्हें आगरा में चित्रा विनोद शर्मा नाम की एक महिला मिली. हमने लगभग 15 दिन पहले अपनी टीम आगरा भेजी थी. हमारी टीम घर-घर गई और आखिरकार आवास विकास कॉलोनी में चित्रा के घर पहुंची. वह हमें शर्मा की किराने की दुकान तक ले गई. पहले तो उसने हर बात से इनकार किया लेकिन बाद में अपनी पत्नी के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया.''


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