Surat News: पिछले कुछ सालों में तकनीक ने इतनी तेजी से विकास किया है जिसने 20 साल पहले के समाज को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है. तकनीक का इस्तेमाल मौजूदा दौर में इस कदर बढ़ गया है कि इसके बिना जीवन अधूरा सा लगता है. तकनीक का इस्तेमाल लोगों के जीवन को आसान करने के लिये किया जाता है लेकिन अब कुछ इस तरह की टेक्नॉलजी भी आ गई है जो असंभव को संभव कर रही हैं.


मानव प्रजनन के लिये हमेशा से पुरुष और स्त्री के संबंध को तरजीह दी गई है लेकिन मौजूदा समय में ऐसी तकनीक आ गई है जिसमें प्रजनन के लिये पुरुष से संबंधों का होना जरूरी नहीं है. सूरत से ऐसी ही एक खबर आई है जिसमें एक अविवाहित लड़की ने आईवीएफ तकनीक की मदद से जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है.


आईवीएफ के जरिये मां बनने वाली पहली अविवाहित लड़की बनी डिंपल


डिंपल नाम की इस लड़की को शादी के लिये कोई लड़का पसंद नहीं आ रहा था जिसके चलते उन्होंने सिंगल मदर बनने का फैसला किया और भारत में आईवीएफ तकनीक के जरिये मां बनने वाली पहली अविवाहित महिला बन गई हैं. डिंपल ने बुधवार को सिजेरियन प्रक्रिया से दोनों बच्चों को जन्म दिया. 


रिपोर्ट्स के अनुसार डिंपल सूरत के नानपुरा की रहने वाली हैं और 40 की उम्र में जुड़वा बच्चों की मां बनी हैं. डिंपल की बड़ी बहन रूपल भी अविवाहित हैं और योग्य वर न मिलने की वजह से अपने प्रोफेशन (होटल मैनेजमेंट) के तहत दुबई में सेटल हो गई हैं. दोनों बहनों ने अपने माता-पिता का ख्याल रखने के लिये आजीवन अविवाहित रहने का फैसला किया था लेकिन लड़की होने के नाते डिंपल के मन में मातृत्व का  भाव जागा और उन्होंने मां बनने का फैसला किया.


क्या होती है आईवीएफ की तकनीक


पेशे से इंजीनियर डिंपल ने फैसला लेने के बाद आईवीएफ तकनीक के बारे में जानकारी इकट्ठा की और सामाजिक कठिनाइयों को दरकिनार करते हुए अब जुड़वा बच्चों की मां बन गई हैं. आपको बता दें कि आईवीएफ वो तकनीक है जिसका इस्तेमाल महिला के शरीर के बाहर पुरुष और स्त्री के शुक्राणुओं को मिलाने के लिये किया जाता है और बाद में निषेचित अंडों को महिला गर्भाशय में डाल दिया जाता है.


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