Gujarat Poisonous Liquor: गुजरात के तेलदा गांव ने बरवाला जहरीली शराब कांड से सबक लेते हुए स्वेच्छा से शराबबंदी को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है. ग्राम सरपंच ए.जेड राठौड़ के नेतृत्व में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर गांव में शराबबंदी लागू करने में मदद की गुहार लगाई है. ग्रामीणों ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें यह संकल्प लिया गया कि कोई भी देशी शराब का निर्माण, बिक्री या सेवन नहीं करेगा, ना ही कोई आईएमएफएल को गांव में लाएगा.


क्या बोले ग्राम सरपंच ए.जेड राठौड़?
सरपंच ने स्थानीय मीडिया से कहा, "कुछ लोग हैं जो देशी शराब की डिस्टिलरी चला रहे हैं. लोग शराब खरीदते और पीते हैं. हर साल कम से कम सात से आठ युवक शराब की लत के कारण मर जाते हैं. और, सभी सामाजिक और आर्थिक देनदारियां विधवाओं महिलाओं पर पड़ती हैं. यह मुद्दा बहुत गंभीर हो रहा है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है. इसलिए यह निर्णय गांव ने लिया है."


Gujarat Illicit Liquor Case: 31 की मौत, 56 अस्पताल में भर्ती, गुजरात में जहरीली शराब का कहर


नवसारी के पुलिस उपाधीक्षक ने कही ये बात
नवसारी के पुलिस उपाधीक्षक एस.के. राय ने कहा, "तेलदा के ग्रामीणों ने हमारे समर्थन के लिए अनुरोध करने के लिए मुझसे मुलाकात की थी. मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि गांव में पुलिस गश्त बढ़ा दी जाएगी. पुलिस शराब की जगहों पर छापेमारी करेगी."


ये भी पढ़ें: 


Gujarat Liquor News: गुजरात में जहरीली शराब मामले में सरकार और विपक्ष हुई आमने-सामने, जानिए किसने क्या कहा?