Gujarat News: गुजरात (Gujarat) के एक शहर में पुलिस ने ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जो नकली शराब (Fake Liquor) बेच रहा था. ये सस्ती शराब (Cheap Liquor) को महंगे इम्पोर्टेड ब्रांड की व्हिस्की बताकर बेच रहे थे और सबसे ज्यादा हैरानी का बात ये है कि असली रंग देने के लिए उसमें उबली हुई चाय का पानी मिला दिया करते थे. जिस नकली शराब को लोग विदेशी जाम समझकर छलका रहे थे वह सस्ती शराब में मिली चाय थी. इसका खुलासा वडोदरा की सयाजीगंज पुलिस ने किया. पुलिस ने कल्याण नगर इलाके में एक घर में रेड डाली और नकली शराब बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया. इस जालसाजी में पूरा परिवार शामिल था. कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य फरार हैं. 


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नकली शराब का धंधा फैमिली बिजनेस के रूप में फलफूल रहा था और इसमें शामिल एक महिला समेत तीनों को गिरफ्तार किया गया है. इनकी पहचान सईद शेख, शकील और रुखसार के रूप में हुई है. रुखसारस, सईद की बहू है जिसकी शादी सईद के बेटे साजिद से हुई है जो कि अपने भाई सोहिल के साथ फरार है. शकील भी सईद का बेटा बताया जा रहा है. अब तक जितनी शराब जब्त की गई है उसकी कीमत 17,734 रुपये है. इन सभी गिरफ्तार लोगों को पूछताछ के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.


एक शराब की बोतल से बनाते थे तीन बोतल महंगी व्हिस्की
ये आरोपी चाय को पानी में उबाल कर फिर उसे सस्ती शराब में मिला देते थे. सजायजीगंज पुलिस इंस्पेकटर आर जी जडेजा ने कहा कि एक सस्ती शराब की बोतल से तीन महंगी व्हिस्की बनाई जाती थी. उन्होंने कहा, ''इसे उबले हुए चाय के पानी में मिलाया जाता था ताकि यह व्हिस्की जैसी दिखे.'' पुलिस को छापेमारी के दौरान घर से सस्ती व्हिस्की मिली, विदेशी ब्रांड की व्हिस्की और भारतीय ब्रांड वाली व्हिस्की भी मिली है. सूत्रों ने बाताया कि आरोपी स्क्रैप डीलर्स (कबाड़ी) से खाली बोतल खरीदते थे और उसे रिफिल कर बेचते थे.


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