Vadodara Swine Flu Update: वडोदरा में इस साल स्वाइन फ्लू के मामलों की संख्या सोमवार को 200 को पार कर गई. जून से लगातार मामले सामने आ रहे हैं. जून में जैसे ही कोविड-19 मामले बढ़े, उसी समय शहर में स्वाइन फ्लू ने भी अपना सिर उठाना शुरू कर दिया. दो नए मामलों का पता चलने के बाद सोमवार को स्वाइन फ्लू के मामले 201 तक पहुंच गए. शहर में किए गए 10 टेस्ट से स्वाइन फ्लू के नए मामलों का पता चला है. इस साल कुल 604 टेस्ट किए गए और उनमें से 201 पॉजिटिव पाए गए.
पिछले कुछ दिनों से कोरोना मामलों में आई कमी
सूत्रों ने कहा कि स्वाइन फ्लू के कई मामलों का पता नहीं चल पाता है, क्योंकि टेस्ट केवल गंभीर बीमारियों के मामले में ही किए जाते हैं. रोग के प्रबंधन के लिए प्रोटोकॉल भी केवल गंभीर मामलों में ही दिए जाते हैं. इस मामले में डॉक्टर भी कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति का कोविड-19, डेंगू सहित और अन्य बीमारियों का टेस्ट नेगेटिव आता है तब उसे आमतौर पर स्वाइन फ्लू का टेस्ट कराने के लिए कहा जाता है. इस बीच, पिछले कुछ दिनों में नए कोविड मामलों की संख्या में काफी कमी आई है.
क्या होते हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण?
स्वाइन फ्लू के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं.
बुखार (लेकिन हमेशा नहीं), ठंड लगना, खांसी, गला खराब होना, बहती या भरी हुई नाक, लाल आंखें, शरीर में दर्द, सिरदर्द, थकान, दस्त होना, मतली और उल्टी आदि इसके लक्षण हैं. यहां बता दें, आपके वायरस के संपर्क में आने के लगभग एक से तीन दिन बाद फ्लू के लक्षण विकसित होते हैं.
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आप आमतौर पर स्वस्थ हैं और आप बुखार, खांसी और शरीर में दर्द जैसे फ्लू के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो आपको डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, अगर आपको फ्लू के लक्षण हैं और आप गर्भवती हैं या आपको अस्थमा, मधुमेह या हृदय की कोई पुरानी बीमारी है तो आपको अपने डॉक्टर से अवश्य मिलना चाहिए, क्योंकि आपको फ्लू की जटिलताओं का खतरा अधिक है.
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