Vadodara: वड़ोदरा की 30 वर्षीय एक महिला को ब्रेन-डेड घोषित कर दिया गया है जो अहमदाबाद और मुंबई में चार मरीजों को नया जीवन देंगी. एक एमएनसी (MNC) के साथ काम करने वाली एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कोमल पटेल को हाल ही में केदारनाथ का दौरा करने के बाद अचानक अटैक (convulsion) आया था, जहां वह अपनी मां के साथ तीर्थ यात्रा पर गई थी. सबसे पहले उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए पास के एक अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया. इसके बाद उन्हें पारुल सेवाश्रम अस्पताल (पीएसएच) में देखभाल के लिए रेफर किया गया. यहां महिला को सेरेब्रल साइनस से पीड़ित होने का पता चला.
घोषित किया गया था ब्रेन-डेड
महिला की हालत बिगड़ने पर वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया. बाद में महिला को ब्रेन-डेड घोषित कर दिया गया. सरकारी कर्मचारी, उनके भाई विशाल पटेल ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, "हमने अंग दान करने का फैसला किया है ताकि यह कई अन्य लोगों को जीवन दे सके."
सभी प्रक्रिया हुई पूरी
टीओआई के अनुसार पीएसएच के मुख्य गहन चिकित्सक डॉ मिस्बाह रंगवाला ने कहा, सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है. जाइडस हॉस्पिटल (Zydus Hospital), अहमदाबाद और ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई के डॉक्टरों की एक टीम ने घोषणा के 24 घंटे के भीतर सभी प्रक्रिया को पूरा कर लिया है. अंगों को समय पर पहुंचाने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. परिवार की सहमति से मृतक का हृदय, लीवर, दो किडनी, आंख और बाल दान कर दिए गए हैं. जबकि उसके दिल को मुंबई में एक मरीज में ट्रांसप्लांट किया जाएगा.
उनके लीवर और दो किडनी को अहमदाबाद में तीन रोगियों में ट्रांसप्लांट किया जाएगा. साथ ही उनकी आंखें एक दृष्टिबाधित रोगी को दृष्टि प्रदान करेंगी.” डॉ. कृपा वाघेला ने कहा, "हम जल्द ही लाइव डोनर किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी करेंगे."
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