Surat: हीराभाग के पीपी सवानी स्कूल में स्थिति तब तनावपूर्ण हुई जब विश्व हिंदू परिषद के पुरुषों का एक समूह गले में भगवा स्कार्फ पहने हुए मंगलवार को प्रतिभा खोज परीक्षा (टीएसटी) में शामिल होने वाली नौवीं कक्षा की छात्राओं के एक समूह का विरोध करने पहुंचा. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 12 लोगों को हिरासत में लिया. बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.


क्या था पूरा मामला?


टीओआई में छपी खबर के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद नेताओं ने स्कूल के प्रिंसिपल से मुलाकात की और मांग की कि हिजाब या बुर्का को स्कूल में अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. हालांकि, इससे पहले कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती, पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्कूल परिसर से बाहर जाने से इनकार करने वाले प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.


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आपको बता दें कि प्रतिभा खोज परीक्षा  का आयोजन शिक्षा विभाग और आईटी द्वारा किया गया था. जो मंगलवार सुबह नौ बजे शुरू हुआ. स्थानीय निवासियों ने छात्राओं का एक समूह देखा जो बुर्का पहने हुए कार में से उतरकर स्कूल में प्रवेश कर रहीं थी.


'हम इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे'


जैसे ही स्थानीय निवासी विरोध करने के लिए स्कूल के गेट के पास जमा हुए, विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए. विश्व हिन्दू परिषद् के उपाध्यक्ष नीलेश अकबरी ने कहा कि, "गुजरात में कुछ लोग शाहीन बाग बनाने की कोशिश कर रहे हैं और हम इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमने इसलिए कोई गड़बड़ी नहीं की और स्कूल के प्रिंसिपल से मिलकर अपनी चिंता व्यक्त की.


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