रुपाणी ने सुनाई इस्तीफे की कहानी- रात में फोन आया , सुबह छोड़ दी कुर्सी, अब पार्टी ने दी नई जिम्मेदारी
गुजरात के सीएम रहे Vijay Rupani ने इस्तीफे के एक साल बाद बताया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए कब कहा गया और अगली सुबह उन्होंने रिजाइन दे दिया.
Gujarat News: गुजरात में पूर्व सीएम और भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय रुपाणी ने अपनी पार्टी के अनुशासन की बड़ाई की है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने इस्तीफे से जुड़े सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा कि एक रात पहले मुझसे रिजाइन करने को कहा गया और मैंने अगले ही दिन इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के करीब एक साल बाद इस वाकये का जिक्र करते हुए रुपाणी ने कहा कि मैंने खुशी से इस्तीफा दे दिया था.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार रुपाणी ने कहा मैंने ना इस्तीफा मांगने की वजह पूछी ना मुझे बताई गई. अगर मैंने पूछा होता तो शायद मुझे बताया जाता. चूंकि मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं इसलिए मैंने पूछना उचित नहीं समझा. मैंने हमेशा वही किया जो पार्टी ने मुझसे करने को कहा.
रुपाणी ने कहा कि पार्टी ने मुझे सीएम बनाया, मैं बन गया. फिर पार्टी ने मेरी जगह किसी और को सीएम बनने को कहा तो मैं वह खुशी-खुशी किया. एक अच्छे कार्यकर्ता की तरह मैं कभी पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं गया. मैंने मुस्कुराते चेहरे के साथ अपना इस्तीफा दिया था.
पंजाब चंडीगढ़ के प्रभारी बने रुपाणी
दीगर है कि रुपाणी को इसी महीने पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारी बनाया गया है. रुपाणी ने बीते साल 12 सितंबर को पद से इस्तीफा दिया था जिसके बाद भूपेंद्र पटेल को राज्य का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था. पार्टी द्वारा पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभार दिए जाने पर उन्होंने कहा कि एक राज्य में मुख्यमंत्री सबसे बड़ा पद होता है. मैंने गुजरात के बीजेपी चीफ के तौर पर भी सेवाएं दी हैं. ऐसे में यह तो तय है कि मेरी सेवाएं राष्ट्रीय स्तर पर भी ली जाएंगी.
इसके अलावा गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़े एक सवाल पर रुपाणी ने कहा कि मैं पूरी मेहनत के साथ इस चुनाव में काम करूंगा ताकि पार्टी दो तिहाई बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार में आ सके.