Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और अखिलेश यादव की सपा में गठबंधन हो सकता है. हालांकि सीटों को लेकर अब तक फैसला नहीं हो सका है. सूत्रों ने बताया कि सपा को कांग्रेस से पहले जुलाना सीट का आश्वासन मिला था. वहां से विनेश फोगाट के उतरने के बाद अब समाजवादी पार्टी पलवल की हथीन सीट चाहती है. जाट, यादव और मुस्लिम बहुल सीट पर सपा को जीत की उम्मीद है.
ऐसे में सपा हरियाणा में कांग्रेस की अगली लिस्ट के इंतजार में है. अगर कांग्रेस सपा को तव्वजो नहीं देती है तो यूपी उपचुनाव के सीट बंटवारे पर इसका असर पड़ सकता है.
6 सितंबर को अखिलेश यादव ने कहा था कि हरियाणा चुनाव में ‘INDIA ALLIANCE’ की एकजुटता नया इतिहास लिखने में सक्षम है. हमने कई बार कहा है और एक बार फिर दोहरा रहे हैं व आगे भी दोहरायेंगे कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’.
अखिलेश यादव ने साफ कर दिए थे इरादे
उन्होंने कहा, ''हरियाणा के विकास व सौहार्द की विरोधी ‘बीजेपी की नकारात्मक, साम्प्रदायिक, विभाजनकारी राजनीति’ को हराने में ‘इंडिया एलायंस’ की जो भी पार्टी सक्षम होगी, हम उसके साथ अपने संगठन और समर्थकों की शक्ति को जोड़ देंगे. बात दो-चार सीटों पर प्रत्याशी उतारने की नहीं है, बात तो जनता के दुख-दर्द को समझते हुए उनको बीजेपी की जोड़-तोड़ की भ्रष्टाचारी सियासत से मुक्ति दिलाने की है, साथ ही हरियाणा के सच्चे विकास और जनता के कल्याण की है. पिछले 10 सालों में बीजेपी ने हरियाणा के विकास को बीसों साल पीछे ढकेल दिया है.''
अखिलेश यादव ने कहा, ''हम मानते हैं कि हमारे या इंडिया एलायंस के किसी भी दल के लिए, ये समय अपनी राजनीतिक संभावना तलाशने का नहीं है बल्कि त्याग और बलिदान का है. जनहित के परमार्थ मार्ग पर स्वार्थ के लिए कोई जगह नहीं होती. कुटिल और स्वार्थी लोग कभी भी इतिहास में अपना नाम दर्ज नहीं करा सकते हैं. ऐसे लोगों की राजनीति को हराने के लिए ये क्षण, अपने से ऊपर उठने का ऐतिहासिक अवसर है. हम हरियाणा के हित के लिए बड़े दिल से, हर त्याग-परित्याग के लिए तैयार हैं. इंडिया एलायंस की पुकार, जनहित में हो बदलाव!''