Haryana News: आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra) प्रकऱण में फरीदाबाद के एसीपी क्राइम अमन यादव ने बताया कि यह गोरक्षा का मामला नहीं है.पुलिस मामले की जांच कर रही है. आर्यन मिश्रा को दो गोली लगी थी. इस मामले के पांच आरोपी अभी तक गिरफ्तार हो चुके हैं. आर्यन की हत्या क्यों की गई पुलिस इसकी जांच कर रही है. वहीं, आर्य़न के पिता का बयान आया है और उन्होंने पूछा है कि गौ-तस्करी के शक में गोली मारने का अधिकार कौन देता है? 


वहीं, आर्यन मिश्रा के पिता सियानंद मिश्रा का बयान आया है. उन्होंने कहा, ''मेरा बेटा आर्य़न मिश्रा 12वीं का छात्र था. मुझे कोई जानकारी नहीं थी. बाद में पता चला कि गाय तस्करी के शक में मेरे बेटे को गोली मार दी गई. गाय की तस्करी के शक में किसी को गोली मारने का अधिकार कौन देता है. मोदी सरकार ने गोली मारने का अधिकार दिया है?  तो क्यों दिया है? पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. मेरा बेटा किसी को नहीं जानता था. हम पंडित है हमारी किसी लड़ाई झगड़ा नहीं है. हम परदेसी हैं और कमाने-खाने वाले हैं.''






आर्यन मिश्रा ने नहीं रोकी गाड़ी तो मार दी थी गोली
12 कक्षा के छात्र को गौ-तस्कर समझकर गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना 23 अगस्त की है. अब आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तब पता चला कि उन्होंने गौ-तस्कर समझकर आर्यन मिश्रा को गोली मारी थी. गिरफ्तार आरोपियों के नाम सौरभ, अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा और आदेश हैं. ये पांचों 23 अगस्त को रात को गाय के तस्करों पर नजर रख रहे थे और जिस गाड़ी में  आर्यन मिश्रा अपने दोस्तों के साथ जा रहा था. उन्हें रुकने के लिए कहा था. उन्होंने आर्यन मिश्रा की कार का पीछा भी किया. जब आर्य़न और उनके दोस्तों ने गाड़ी नहीं रोकी तो उन्होंने गोली चला दी जिसमे आर्यन मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई.


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