'सरकार दोहरा रवैया अपना रही', किसानों के जत्थे पर आंसू गैस के गोले दागने से भड़के पहलवान बजरंग पूनिया
Bajrang Punia News: कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया ने हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ सरकार कह रही है कि रास्ते खुले हैं और किसान आ सकते हैं तो दूसरी तरफ उनके ऊपर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे.
Bajrang Punia On Farmers Protest: पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर शंभू विरोध स्थल से दिल्ली के लिए कूच करने वाले 101 किसानों के जत्थे पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. इसमें कई किसान घायल हो गए हैं और उन्हें प्रदर्शन स्थल पर खड़ी एंबुलेंसों से नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है. इस बीच कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया ने बीजेपी सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है.
बजरंग पूनिया ने कहा, ''सरकार के बयान आ रहे हैं कि रास्ते खुले हैं और किसान आ सकते हैं. 101 किसान जा रहे थे, उनमें से कई किसान बुरी तरह से घायल हुए हैं और उनको अस्पताल ले जाया जा रहा है. सरकार दोहरा रवैया अपना रही है. एक तरफ सरकार कह रही है कि रास्ते खुले हैं, आप आ जाइए. दूसरी तरफ उनके ऊपर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं.''
VIDEO | "Government is saying that roads are open and farmers can come. 101 farmers were going, but they got injured. This is double standard of the government. On one hand, it is being said that roads are open, while on the other, tear-gas is being used," says Bajrang Punia… pic.twitter.com/9dOJV6qBJ6
— Press Trust of India (@PTI_News) December 14, 2024
किसान का बेटा होने के नाते शंभू बॉर्डर पर पहुंचा- बजरंग पूनिया
उन्होंने आगे कहा, ''जहरीली गैसों से प्रदर्शनकारी किसानों की सेहत का नुकसान हो रहा है. इनका दुख देखकर मुझे नहीं लगा कि घर बैठना चाहिए. एक इंसानियत के नाते और किसान का बेटा होने के नाते शंभू बॉर्डर पर आए हैं.''
बजरंग पूनिया ने जख्मी किसानों का जाना हाल
बजरंग पूनिया ने जख्मी हुए किसानों से अस्पताल में जाकर मुलाकात की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ''शंभू मोर्चे पर पुलिस द्वारा चलाई गयी रबर बुलेट और आंसु गैस के गोलों से घायल किसानों का राजपुरा नागरिक अस्पताल जाकर हाल जाना. कुल 15 किसान घायल हैं, एक की आंख पर गंभीर चोट लगी है.''
बता दें कि 101 किसानों का जत्था शनिवार (14 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के इरादे से दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर से शुरू किया था. कुछ दूर बढ़ने के बाद ही प्रदर्शनकारी किसानों को सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाए गए अवरोधकों से रोक दिया गया. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार कीं.
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