Haryana News: हरियाणा में कांग्रेस अब तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है. इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने नया अपडेट दिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद ही नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को है. 


मीडिया से बातचीत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ''हमने प्रस्ताव पारित करके भेजा है. पार्टी फैसला करेगी. मुझे लगता है कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद ही होगा. महाराष्ट्र के चुनाव में सभी व्यस्त हैं.'' ऐसे में जाहिर है कि विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष का नेता सदन में मौजूद नहीं होगा.






हरियाणा में विधानसभा के सत्र का आगाज 13 नवंबर को होने वाला है. शीतकालीन सत्र 18 नवंबर तक चलेगा. माना जा रहा था कि सत्र की तारीख घोषित होते ही कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चुनने की कवायद तेज कर देगी लेकिन हुड्डा के बयान से साफ हो गया है कि 20 नवंबर से पहले नेता प्रतिपक्ष पर घोषणा नहीं हो सकती. अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एक दिवसीय शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी. 


क्या हुड्डा के नाम पर लगेगी मुहर?


कांग्रेस ने हरियाणा में पिछले चुनाव के प्रदर्शन को सुधारा है लेकिन वह बहुमत से दूर रह गई. बीते चुनाव के 31 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस ने 37 सीटें जीती हैं तो नेता प्रतिपक्ष भी इसी का बनना तय है लेकिन कांग्रेस किसे नेता प्रतिपक्ष बनाएगी अब तक तस्वीर साफ नहीं हुई है.  


20 वर्षों में हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष


2019 में जब लगातार दूसरी बार कांग्रेस को सत्ता से बाहर रहना पड़ा था तब पूर्व सीएम हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था. जबकि 2014 से 2019 के बीच इनेलो के अभय सिंह चौटाला नेता प्रतिपक्ष थे. वहीं, 2005 से 2014 तक इनेलो नेता ओम प्रकाश चौटाला विपक्ष के नेता था. उस वक्त हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी. 


ये भी पढ़ें- हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का हरिद्वार में बड़ा बयान, संत समाज से मुलाकात