विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी अमित शाह और मोहन यादव को मिली, कुछ नया होने की अटकलें तेज
Haryana Politics: हरियाणा में 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. इससे पहले BJP ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एमपी सीएम मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
![विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी अमित शाह और मोहन यादव को मिली, कुछ नया होने की अटकलें तेज bjp amit shah and mohan yadav as observers for haryana विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी अमित शाह और मोहन यादव को मिली, कुछ नया होने की अटकलें तेज](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/10/14/308cacbd7ae816eae24a61aff80df80d1728879822466743_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Haryana News: बीजेपी संसदीय बोर्ड ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को हरियाणा में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीसरी बार जीत हासिल की है. चुनाव के नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए गए थे. राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 48 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं.
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में कहा कि संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को जम्मू-कश्मीर में विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और 95 सदस्यीय सदन में उसे आसान बहुमत हासिल है, क्योंकि उसके गठबंधन सहयोगियों कांग्रेस और माकपा ने क्रमशः 6 और 1 सीट जीती है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अब तक की सबसे अधिक 29 सीटें हासिल की हैं.
कुछ अप्रत्याशित चेहरों को सरकार में जगह मिलने की संभावना
सियासी गलियारों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने को आश्चर्य से देखा जा रहा है. ऐसा पहली बार हुआ है कि अमित शाह को किसी राज्य में विधायक दल के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी दी गई हो, इससे ये संकेत मिलता दिख रहा है कि हरियाणा की नई सरकार में कुछ नए और अप्रत्याशित चेहरों को जगह मिल सकती है.
वैसे तो हरियाणा में बीजेपी चुनाव से पहले ही ऐलान कर चुकी है कि जीत के बाद राज्य की कमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हाथों में होगी. लेकिन इसके बावजूद पूर्व मंत्री अनिल विज कई मौकों पर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी जता चुके है. इससे पहले जब बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था तो अनिल विज नाराज हो गए थे. इसके बाद सैनी सरकार में उन्होंने मंत्री बनने से मना कर दिया था.
यह भी पढ़ें: हरियाणा CM रेस में शामिल रहे राव इंद्रजीत सिंह ने अटकलों पर कहा, 'मुझे 9 विधायकों के साथ बागी दिखाया जा रहा, ये...'
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)