'जहां कांग्रेस चुनाव जीतती है वहां...', BJP हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया का विपक्षी पार्टी पर हमला
Haryana Politics: बीजेपी हरियाणा प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि इस बार कांग्रेस चुनाव में हार के बाद ईवीएम की बैटरी पर सवाल खड़े कर रही है.
Satish Poonia On Congress: हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं के बारे में कांग्रेस के आरोपों को चुनाव आयोग से खारिज होने के बाद बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने में जुटी है. बुधवार (30 अक्टूबर) को बीजेपी हरियाणा प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस को घेरा है. उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य ही है कि कांग्रेस चुनाव में हार के बाद एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठा रही है.
बीजेपी नेता सतीश पूनिया ने कहा, "कांग्रेस अपनी हार का कारण आरएसएस, बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताती रही है. पिछले कई वर्षों से कांग्रेस द्वारा ईवीएम पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. लेकिन, सवाल वहीं खड़े किए जाते हैं, जहां कांग्रेस हारती है. जहां कांग्रेस चुनाव जीतती है, वहां सवाल नहीं खड़े किए जाते हैं."
कांग्रेस कमजोर व्यक्ति की तरह शिकायत कर रही- सतीश पूनिया
उन्होंने कहा, "लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत की चुनाव प्रणाली पर सवाल खड़े करते हैं. मुझे लगता है कि इतने बड़े लोकतंत्र के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि यहां ईवीएम से चुनाव हो रहे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हो रहे हैं. लेकिन, दुर्भाग्य है कि इस बार कांग्रेस चुनाव में हार के बाद ईवीएम की बैटरी पर सवाल खड़े कर रही है. कांग्रेस कमजोर व्यक्ति की तरह शिकायत कर रही है. इसी तर्ज पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायत दी.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को गलत बताया-पूनिया
हरियाणा प्रदेश प्रभारी ने आगे कहा, ''चुनाव आयोग की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया कि उनके द्वार लगाए गए सभी आरोप गलत थे. कांग्रेस की शिकायतें निराधार थीं, जिनका उद्देश्य केवल लोगों के बीच झूठ फैलाना था. चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, बीजेपी द्वारा नहीं बनाई गई है. भारत के संविधान से निकली हुई एक संस्था है. इस पर सवाल खड़े करना भारत के लोकतंत्र पर सवाल खड़े करना जैसा है."
सतीश पूनिया ने कहा जब किसी दल की जीत होती है तो उसकी गूंज पूरे देश में होती है. हरियाणा विधानसभा चुनाव पर सबकी निगाहें थीं. हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने जीत हासिल की. स्वाभाविक तौर पर राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों में बीजेपी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर असर पड़ेगा.
बता दें कि झारखंड-महाराष्ट्र के अलावा 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी हो रहे हैं. राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
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