Haryana News: दुष्यंत चौटाला की पार्टी को हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले एकबार फिर झटका लगा है. आज (1 सितंबर) उनकी पार्टी जेजेपी के तीन विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. जींद में आयोजित 'जन आर्शीवाद रैली' में इन विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया. मुख्यमंत्री नायब सैनी की मौजूदगी में बीजेपी में ये विधायक शामिल हुए.


जेजेपी के जिन विधायकों ने पाला बदला है उनमें रामकुमार गौतम, अनूप धानक और  जोगीराम सिहाग हैं. रामकुमार गौतम नारनौंद से विधायक हैं जबकि अनूप धानक उकलाना का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि जोगीराम सिहाग बरवाला से विधायक हैं. 


बीजेपी विधायक को राम कुमार गौतम ने दी थी मात
राम कुमार गौतम ने नारनौंद सीट पर 2019 में बीजेपी के कैप्टन अभिमन्यु को हराया था. गौतम को 73,435 वोट मिले थे जबकि अभिमन्यु के खाते में 61,406 वोट आए थे. यहां तीसरे स्थान पर कांग्रेस रही थी. 2014 के चुनाव में कैप्टन अभिमन्यु ने यह सीट जीती थी.


अनूप धानक ने उकलाना सीट पर बीजेपी की आशा खेडर को हराया था. अनूप धनक पहले आईएनएलडी से भी विधायक रह चुके हैं. धनक को 2019 में  65,369  वोट मिले थे जबकि आशा खेडर को 41,676 वोट प्राप्त हुए थे.


निर्दलीय भी चुनाव लड़ चुके हैं जोगीराम सिहाग
बरवाला से जोगीराम सिहाग ने बीजेपी के सुरेंद्र पूनिया को हराया था. हालांकि जीत और हार का अंतर बेहद काम था. जोगी राम को 45,868 वोट मिले थे जबकि सुरेंद्र पूनिया को 41,960 वोट हासिल हुए थे. जोगी राम सिहाग ने 2009 का चुनाव निर्दलीय ही लड़ा था.


जेजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीती थीं. लेकिन 2024 का चुनाव आते-आते जेजेपी का कुनबा बिखर गया है. इनमें से अब तक सात विधायक साथ छोड़ चुके हैं और अब केवल दुष्यंत चौटाला, उनकी मां नैना चौटाला और अमरजीत ढांडा ही रह गए हैं. हाल ही में दुष्यंत चौटाला ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के साथ गठबंधन किया है जिसके तहत जेजेपी 70 और आजाद समाज पार्टी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.


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