Aryan Mishra News: दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर गदपुरी के पास छात्र आर्यन मिश्रा हत्या मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान अनिल कौशिक, वरूण, कृष्ण, सौरव और आदेश के रूप में हुई है. सभी गोरक्षक बताए जा रहे हैं. उन्होंने गौ तस्कर समझकर आर्यन और कार में बैठे उसके मकान मालिक का हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर तक पीछा किया और गोली मार दी थी. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.
पुलिस से मिली जानाकरी के अनुसार, पूछताछ में सामने आया है कि 23 अगस्त की रात आरोपी गौरक्षकों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉच्यूर्नर कार सवार घूम रहे हैं. इसी शक में गोरक्षकों ने कार का पीछा करना शुरू किया और कार को रोकने के लिए फायरिंग करते रहे. हाईवे के गदपुरी टोल पर आरोपियों ने कार रोकने के लिए पीछे से फायरिंग की जो कार का पिछला शीशा तोड़ते हुए ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा के गर्दन में जाकर लगी.
गौ तस्करी के शक में मारी गोली
इसके बाद कार चालक हर्षित ने कार रोक दी. आरोपियों ने फिर दूसरी गोली आर्यन के सीने में मार दी. इसके बाद आरोपियों ने देखा की गाड़ी में लड़कों के साथ दो महिलाएं हैं, तब आरोपी समझ गए कि गलतफहमी में उसने किसी और को गोली मार दी, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं घटना के दूसरे दिन 24 अगस्त को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आर्यन मौत हो गई.
इस मामले में मृतक आर्यन के पिता ने पुलिस को लिखित में शिकायत भी दी थी. इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुट गई. क्राइम ब्रांच में जब ने सीसीटीवी खंगाला तो आरोपियों का पता चला, इसके बाद आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
बता दें 19 साल का आर्यन मिश्रा 12वीं का छात्र था. वह अपने परिवार के साथ एनआईटी पांच नंबर में किराए के मकान में रहता था. 23 अगस्त को रात लगभग 9:30 बजे आर्यन अपने मकान मालिक श्वेता गुलाटी उनके बेटे हर्षित, शैंकी और एक पड़ोसी महिला के साथ बड़खल मेट्रो के पास मॉल में मैगी खाने के लिए गया था. मैगी खाने के बाद लगभग करीब 11:30 वह वापस अपने घर लौट रहे था. इस दौरान यह वारदात हुई.