Kisan Andolan: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल जारी है. इसको लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत नाजुक बनी हुई है. उन्हें कुछ भी होता है तो जिम्मेदार केवल केंद्र सरकार होगी, क्योंकि समय रहते वो मुद्दे का निपटारा नहीं कर रही है.


उन्होंने कहा, सत्ता और विपक्ष दोनों मिलकर संसद में किसान की आवाज को दबा रहें हैं. अभी तक अरविंद केजरीवाल की ओर से किसानों की बात नहीं आई है. रवनीत बिट्टू अगर बीजेपी से इस्तीफा दे दें तो ये बड़ी बात होगी, लेकिन वो ये नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री को भगवान बुद्धि दे और वो ये किसानों का मसला खत्म करें. कल हम रेल रोको करेंगे. उन्होंने किसानों से अपील की कि जिन गांव में रेल फाटक है, वहां आप रेल जाम करें.


कब से आमरण अनशन पर हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल? 
बता दें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल फसलों पर न्यूनतम समर्थन कीमत (MSP) की कानूनी गारंटी देने सहित किसानों की अन्य मांग मनवाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा पर 26 नवंबर से आमरण अनशन कर रहे हैं. उन्होंने सोमवार को अपने संबोधन में फसलों पर न्यूनतम समर्थन कीमत देने की किसानों की मांग दोहराई.


केंद्र के एक वरिष्ठ मंत्री ने दावा किया था कि सरकार किसानों को एमएसपी से अधिक दे रही. इस पर डल्लेवाल ने सवाल किया कि अगर ऐसा है, तो एमएसपी की कानूनी गारंटी देने में क्या दिक्कत है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में गेहूं के एमएसपी में 825 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इस दौरान खेती की लागत 56 फीसदी से अधिक बढ़ गई है. किसान नेता ने  कहा कि 2004-2014 के दौरान गेहूं के एमएसपी में 130 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.


संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 'दिल्ली चलो मार्च' का आयोजन कर रहे हैं और सुरक्षा बलों की ओर से दिल्ली कूच को रोके जाने के बाद 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं.



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