Farmers Protest News: शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का जत्था 14 दिसंबर को दिल्ली पैदल जाने की कोशिश करेगा. मंगलवार को शंभू और खनौरी पर आंदोलन को 303 दिन हो गए हैं जबकि खनौरी सीमा पर जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन को 15 दिन हो गए हैं. केंद्र सरकार की तरफ से बातचीत की कोई शुरुआत नहीं की गई है. बुधवार को मोर्चा की जीत के लिए गुरुद्वारों और अन्य आस्था की जगहों पर अरदास होगी. 


पंजाब से लगती हरियाणा बॉर्डर पर सुरक्षाकर्मियों की ओर से आंसू गैस के गोले दागे जाने से कुछ किसानों के जख्मी होने के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार (8 दिसंबर) दोपहर को दिल्ली की ओर पैदल मार्च स्थगित कर दिया था. 


रविवार को 101 किसानों का जत्था नहीं कर सका मार्च


बॉर्डर पर 101 किसानों के एक जत्थे ने रविवार को शंभू विरोध स्थल से दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर से शुरू किया लेकिन हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों की ओर से लगाए गए कई अवरोधकों की वजह से वे आगे नहीं बढ़ पाए. हालांकि, हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को चाय और बिस्कुट देकर और उन पर फूल बरसाकर उन्हें अचंभित भी किया. वहीं, किसान नेताओं ने इसे नाटक करार दिया.


शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हैं प्रदर्शनकारी किसान


अंबाला पुलिस ने पहले कहा था कि किसान संगठन राष्ट्रीय राजधानी प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद ही दिल्ली की ओर मार्च कर सकते हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं, उस वक्त भी सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली कूच करने से रोक दिया था.


प्रदर्शनकारी किसानों की क्या हैं मांगें?


किसान MSP के अलावा कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न करने की डिमांड कर रहे हैं. किसान 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग की जा रही है.


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