Gopal Kanda News: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सिरसा सीट पर बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. सिरसा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी रोहतास जांगड़ा ने नामांकन वापसी के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया. माना जा रहा है कि अब बीजेपी हरियाणा लोकहित पार्टी के सुप्रीमो गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है. ऐसे में जानिए महल में रहने वाले गोपाल कांडा जूतों की दुकान से कैसे बने एमडीएलआर एयरलाइंस के मालिक?


कौन हैं गोपाल कांडा?
गोपाल कांडा हरियाणा की सिरसा सीट से मौजूदा विधायक हैं. इनके पिता मुरलीधर शहर के जाने-माने वकील थे. गोपाल कांडा ने नब्बे के दशक में रेडियो रिपेयर की दुकान जूपिटर म्यूजिक होम खोली थी. इसके बाद भाई के साथ मिलकर नया काम कांडा शू शॉप शुरू किया. इस दौरान नेताओं-अफसरों से नजदीकी बढ़ी, तो शू फैक्ट्री शुरू कर दी. 


वहीं चौटाला परिवार के करीब आने पर 1999 के दौरान 2004 के बीच कांडा बंधुओं का कारोबार काफी फैला. साल 2007 में कांडा ने पिता के नाम पर MDLR (मुरली धर लख राम) नई एयरलाइंस शुरू की. हालांकि, दो साल बाद 2009 में एयरलांस को बंद कर दिया गया. गोपाल कांडा की राजनीति में एंट्री साल 2009 में हुई. गोपाल कांडा निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते. इसके बाद वह हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री बने. 


5 अगस्त 2012 को उनकी एयरलाइंस की एयर होस्टेस गीतिका ने आत्महत्या की और सुसाइड नोट में कांडा पर आरोप लगाए. गोपाल कांडा ने साल 2012 में एयर होस्टेस गीतिका शर्मा मामले में फंसने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और जेल गए. जेल से छूटने पर गोपाल कांडा ने हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई, लेकिन 2014 में वह चुनाव हार गए. इसके बाद 2019 में सिरसा से चुनाव जीता और बीजेपी को समर्थन दिया. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 2023 में गीतिका मामले में गोपाल कांडा और दूसरी आरोपी अरुणा चड्ढा को बरी कर दिया था. 


किले में रहते हैं गोपाल कांडा 
बता दें हरियाणा के सिरसा में ढाई एकड़ में बना गोापल कांडा का महल मुगलकालीन किले सरीखा है. पत्थरों के महल के करीब 25 फीट ऊंचे मुख्य द्वार की कीमत ही लाखों में बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार, महल के भीतर हेलीपैड के अलावा अत्याधुनिक जिम, लॉन टेनिस ग्राउंड और अस्तबल आदि जैसी सुविधा है. गोपाल कांडा के महल के फर्नीचर के बारे में शहर में आम चर्चा है कि इन पर महंगी धातु जड़ी गई हैं.



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