Haryana Gurugram Road Accident: हरियाणा के गुरुग्राम में रविवार को एक बाइक और महिंद्रा एसयूवी के बीच हुए टक्कर का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है. इस हादसे में बाइक सवार अक्षत गर्ग की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार अक्षत रविवार की रात तेज रफ्तार में बाइक से जा रहे थे, तभी गलत साइड से आ रही महिंद्रा कार ने उन्हें टक्कर मार दी. हादसा इतना भंयकर था कि अक्षत बाइक से उछल कर कार के पीछे सड़क पर दूर जा गिरे, जिससे उनकी मौत हो गई.
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी कार चालक कुलदीप कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, कुछ ही कुछ ही घंटों बाद आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया गया. वहीं अब इस मामले में पुलिस ने बताया कि अरोपी की महिंद्रा एसयूवी बीते जुलाई में बिहार से खरीदी गई थी और उसके नौ पॉर्किंग के दो चालान पेंडिंग हैं.
पुलिस ने दी ये जानकारी
उन्होंने बताया कि आरोपी कुलदीप कुमार ठाकुर ने हादसे के बाद अपना ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखाया था. इसलिए उन्हें लाइसेंस जमा करने के लिए नोटिस भेजा गया था. पुलिस ने बताया कि बिहार के मधुबनी के रहने वाले कुलदीप ठाकुर (25) एक मीडिया फर्म चलाते हैं, जो राजनीतिक पार्टियों के लिए सोशल मीडिया अभियान चलाती है. वहीं उनकी कार पर हरियाणा के पलवल से बीजेपी उम्मीदवार गौरव गौतम का स्टिकर भी लगा हुआ था.
डीसीपी (ईस्ट) मयंक गुप्ता ने बीजेपी प्रत्याशी के स्टिकर के बारे में कहा कि कई समर्थकों के पास ऐसे स्टिकर होते हैं. हमें उसके पार्टी के किसी पदाधिकारी होने का कोई सबूत नहीं मिला है. वहीं बीजेपी उम्मीदवार गौरव गौतम के एक निजी कर्मचारी बृज शर्मा ने बताया कि "वह आरोपी को नहीं जानते हैं. हम 10 दिनों से प्रचार कर रहे हैं और यह स्टिकर बांट रहे हैं. यह स्टिकर लोगों के घरों और गाड़ियों में लगे हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि हम उन सभी लोगों को जानते हैं. हमने प्रचार के लिए किसी एजेंसी को भी हायर नहीं किया है ."
मृतक के दोस्त ने क्या कहा?
हालांकि मिली जानकारी के अनुसार, घटना वाले दिन अक्षत गर्ग के पीछे चल रहे उनके दोस्त प्रद्युमन की बाइक पर लगे गो-प्रो कैमरा ने पूरी घटना को रिकॉर्ड कर लिया था. मृतक के दोस्त प्रद्युमन का कहना है कि "घटना के दिन पुलिस ने मेरे कैमरे की फुटेज नहीं ली, जबकि पुलिस ने इसे देखा था. आरोपी दाईं ओर की लेन में गलत दिशा से आ रहा था जो हाई स्पीड से गाड़ी चलाने की लेन है."
"वहीं बुधवार को हादसे के तीन दिन बाद पुलिस ने फुटेज के लिए मुझसे संपर्क किया, जबकि आरोपी इससे पहले ही जमानत पर बाहर आ चुका था. आरोपी को रविवार और सोमवार को छुट्टी होने के बावजूद जमानत मिल गई थी."