Haryana News: बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया है. इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी गई है. यह फैसला राज्य में जीआरएपी के तीसरे चरण के लागू होने के बाद लिया गया है. 


हरियाणा के विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिले के डिप्टी कमिश्नर को सूचित किया गया है. इसमें कहा गया है कि सरकार ने यह तय किया है कि सभी संबंधित डिप्टी कमिश्नर दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में गंभीर एक्यूआई को देखते हुए मौजूदा स्थिति का आकलन करें और वे फिजिकल क्लास को बंद कर सकते हैं. प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में पांचवीं तक की कक्षा ऑनलाइन कराने के लिए जरूरी निर्देश जारी करें. जो कि बच्चों की सुरक्षा और सेहत के हित में है. 


शिक्षा निदेशालय द्वारा कहा गया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का मूल्यांकन अलग-अलग किया जा सकता है. आपसे यह अनुरोध किया जाता है कि आप अपने द्वारा लिए गए फैसले की जानकारी निदेशालय को दें. 


दिल्ली में भी बंद हुए प्राइमरी स्कूल


राजधानी दिल्ली में 16 नवंबर से अगले आदेश तक सरकारी और निजी स्कूलों में पांचवीं तक की कक्षा को ऑनलाइन कर दिया गया है. छठी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को ही स्कूल आने कहा गया है. टीचर्स से कहा गया है कि वे स्कूल आकर पांचवीं तक के बच्चों की ऑनलाइन क्लास लें. 


हरियाणा में बेहद खराब है वायु गुणवत्ता का स्तर


हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. इस वक्त हरियाणा में पीएम-10 163 और पीएम-2.5 का स्तर 106 है जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक औसतन 233 दर्ज किया गया है.सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 373 दर्ज किया गया था जो कि गंभीर श्रेणी में आता है. राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. सुबह 11 बजे कुछ स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 543 दर्ज किया गया था. 


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