Aryan Mishra Murder: 'मेरा बेटा कार का पीछा कर रहा था लेकिन...', आर्यन मिश्रा हत्याकांड में आरोपी गौरक्षक की मां का बड़ा दावा
Haryana News: आर्यन मिश्रा हत्याकांड के पांचों आरोपियों में से एक अनिल कौशिक की मां ने कहा कि उनका बेटा वारदात की रात को रेड कलर की डस्टर कार का पीछा कर रहा था, ताकि गौ तस्करी रोक सके.
Aryan Mishra News: हरियाणा के फरीदाबाद में बीते दिनों गौ तस्करी के शक में 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान अनिल कौशिक, वरुण, कृष्ण, सौरव और आदेश के रूप में हुई है. ये सभी गोरक्षक बताए जा रहे हैं. उन्होंने गौ तस्कर समझकर आर्यन और कार में बैठे उसके मकान मालिक का हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर तक पीछा किया और गोली मार दी थी. अब इस बीच एक आरोपी गौ रक्षक के मां की प्रतिक्रिया सामने आई है.
दरअसल, पांचों आरोपियों में से एक आरोपी अनिल कौशिक की मां ने कहा कि उनका बेटा इलाके का जाना माना गौ रक्षक है. उन्होंने यह भी कहा, "मेरा बेटा अनिल कौशिक वारदात की रात यानी 23 अगस्त को रेड कलर की डस्टर कार का पीछा कर रहा था, ताकि गौ तस्करी को रोका जा सके. मुझे मेरे बेटे ने वारदात के बारे में बताया था. उसने मुझे बताया था कि उसे लगा कार में गौ तस्कर हैं."
आरोपी अनिल कौशिक की मां ने कहा, "अनिल ने यह भी कहा था कि पहली गोली डस्टर कार से चली थी, लेकिन मेरे बेटे ने गोली नहीं चलाई. उस लड़के को किसकी गोली लगी मुझे नहीं पता. मेरा बेटा निर्दोष है, वह गौ रक्षा करता है. लोगों की सेवा करता है, गायों की बहुत सेवा करता है. वह किसी का खून नहीं कर सकता."
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 23 अगस्त की रात आरोपी गौरक्षकों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉच्यूर्नर कार सवार घूम रहे हैं. इसी शक में गोरक्षकों ने कार का पीछा करना शुरू किया और कार को रोकने के लिए फायरिंग करते रहे. हाईवे के गदपुरी टोल पर आरोपियों ने कार रोकने के लिए पीछे से फायरिंग की जो कार का पिछला शीशा तोड़ते हुए ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा के गर्दन में जाकर लगी.
इसके बाद कार चालक हर्षित ने कार रोक दी. आरोपियों ने फिर दूसरी गोली आर्यन के सीने में मार दी. इसके बाद आरोपियों ने देखा की गाड़ी में लड़कों के साथ दो महिलाएं हैं, तब आरोपी समझ गए कि गलतफहमी में उसने किसी और को गोली मार दी, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं घटना के दूसरे दिन 24 अगस्त को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आर्यन मौत हो गई.
वहीं आर्यन के पिता के शिकायतपर क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुट गई. क्राइम ब्रांच ने जब सीसीटीवी खंगाला तो आरोपियों का पता चला. इसके बाद आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.