Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा के पिछले 5 चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी ने सिर्फ 7 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. इन उम्मीदवारों ने हिंदू उम्मीदवारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन इसमें से कोई भी जीत दर्ज नहीं कर पाया. हालांकि, मुस्लिम उम्मीदवारों की वजह से बीजेपी का वोट प्रतिशत मेवात इलाके में बढ़ा भी है. इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 सीटों में से 2 सीटों पर मुस्लिम चेहरों को टिकट दिया है. इसमें नसीम अहमद और मोहम्मद एजाज खान का नाम शामिल हैं.


नसीम अहमद को फिरोजपुर झिरका और एजाज खान को पुन्हाना से बीजेपी ने टिकट दिया है. इन दोनों विधानसभाओं में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है. 'द इंडियन एक्स्प्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक 2009 के चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने फिरोजपुर झिरका पर हिंदू उम्मीदवार उतारा था, उन्हें 5.29 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. 2014 के चुनाव में पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो वोट प्रतिशत बढ़कर 12.09 प्रतिशत पर पहुंच गया. 2019 के चुनाव में नसीम अहमद ने पार्टी का वोट प्रतिशत 32.4 तक बढ़ा दिया था. 


वहीं पुन्हाना में लगभग 88 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है, जहां से एजाज खान चुनाव लड़ रहे हैं. 2009 में भी पार्टी ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, तब पार्टी को 1.03 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. 2014 के चुनाव में एक अन्य उम्मीदवार ने पुन्हाना में वोट शेयर को 21.57 प्रतिशत पहुंचा गया. वे इस सीट पर जीत दर्ज करने वाले रहीश खान से ज्यादा पीछे नहीं थे, क्योंकि रहीश खान का वोट प्रतिशत 29.56 प्रतिशत ही था.


इसके बाद 2019 के चुनाव में पार्टी ने एक हिंदू उम्मीदवार नौक्षम चौधरी को पुन्हाना से मैदान में उतारा तो पार्टी को वोट प्रतिशत फिर घट गया और 17.65 पर पहुंच गया. बीजेपी तीसरी नंबर पर पहुंच गई. इसी उलटफेर की उम्मीद में बीजेपी ने इन दोनों सीटों पर इस बार मुस्लिम चेहरों को टिकट दिया है.


नूंह में हिंदू उम्मीदवार पर बीजेपी ने जताया भरोसा
वहीं बात करें नूंह विधानसभा सीट पर की तो यहां 70 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है. 1991 के चुनाव में बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, तब पार्टी को 7.84 प्रतिशत वोट मिले थे. इसके बाद 2009 में बीजेपी ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को मैदान में उतारा तो वोट प्रतिशत 19.51 प्रतिशत तक पहुंच गया.


2014 में संजय सिंह ने फिर चुनाव लड़ा और 19.75 प्रतिशत वोट हासिल किए, लेकिन जीत नहीं सके. 2019 में पार्टी ने मुस्लिम चेहरे को टिकट दिया और वोटिंग प्रतिशत बढ़कर 38.55 प्रतिशत पहुंच गया. जहां कांग्रेस का वोटिंग प्रतिशत 41.77 प्रतिशत था, बीजेपी उससे थोड़ा ही पीछे थी. बीजेपी ने इस बार फिर संजय सिंह को टिकट दिया है. 


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