Haryana Assembly Election 2024: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती हरियाणा में ताबड़तोड़ प्रचार कर रही हैं. इस बीच मंगलवार को उन्होंने जगधारी में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आरक्षण को लेकर कांग्रेस और बीजेपी को आड़े हाथों लिया.


हरियाणा के जगधारी में मायावती ने कहा, "आरक्षण में से आरक्षण का मतलब है कि एससी-एसटी वर्ग को आपस में लड़वाना. ये लड़ते रहें कि इसको कम मिला है इसको ज्यादा मिला है, जो कि नहीं होना चाहिए था, लेकिन दुख की बात है कि केंद्र और बीजेपी की तरफ से सरकारी वकील खड़े हुए, कांग्रेस की तरफ से भी वकील खड़े हुए और भी वकील खड़े हुए और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की हां में हां मिलाई, इसकी वजह से देश में जो एससी-एसटी आरक्षण है उसमें वर्गीकरण और क्रीमिलेयर को लागू करने की बात कही गई, जो ठीक नहीं था और हमारी पार्टी इससे सहमत नहीं थी."


 






'बीजेपी की नीयत साफ नहीं'
मायावती ने ये आगे कहा, "अगर एससी एसटी के आरक्षण के मामले में केंद्र की बीजेपी सरकार, जो कहती है हम आरक्षण के पक्षधर हैं तो केंद्र सरकार एससी एसटी के आरक्षण में इनकी नीयत साफ होती तो ये सरकार सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को बिना कोई देरी किए इसे निष्प्रभावी बनाने के लिए और पूर्व की स्थिति में लाने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर फिर संवैधानिक संशोधन विधेयक जरूर लाती."


इनेलो के साथ बसपा का गठबंधन
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने अभय चौटाला की इनेलो के साथ गठबंधन किया है. बसपा और इनेलो ने दावा किया है कि इस बार जनता ने मन बना लिया है कि हरियाणा में बसपा और इनेलो की गठबंधन की सरकार बनेगी.


ये भी पढ़ें


'अगर हरियाणा में हमारी सरकार बनी तो...', अभय चौटाला ने कर दिया बड़ा दावा