‘36 बिरादरी फैसला कर चुकी हैं...’, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बड़ा दावा
Haryana Election 2024: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कांग्रेस को भारी जनसमर्थन मिल रहा है, जिसकी बदौलत कांग्रेस ही हरियाणा में सरकार बनाएगी.
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे चुनाव प्रचार तेज होता जा रहा है. बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आने के लिए पूरा जोर लगा रही है. इसी बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि मैंने लगभग पूरे हरियाणा का दौरा किया है और पाया कि कांग्रेस पार्टी को भारी जनसमर्थन मिल रहा है और 36 समुदायों ने फैसला किया है कि इस बार वे हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे.
#WATCH चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "मैंने लगभग पूरे हरियाणा का दौरा किया है और पाया कि कांग्रेस पार्टी को भारी जनसमर्थन मिल रहा है और 36 समुदायों ने फैसला किया है कि इस बार वे हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।" pic.twitter.com/s1JllE6LNo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2024 [/tw]
‘BJP किसानों को MSP से वंचित रखना चाहती है’
वहीं शुक्रवार को कुरुक्षेत्र के थानेसर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक अरोड़ा के समर्थन में विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने उन्हें भारी मतों के अंतर से विजयी बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि बीजेपी जानबूझकर किसानों को MSP से वंचित रखना चाहती है. कई दिनों से किसान की धान मंडियों में पहुंच रही है.
ऊपर से बारिश का खतरा लगातार मंडरा रहा है, लेकिन सरकार धान की खरीद शुरू करने को तैयार नहीं है. इसलिए किसान MSP से 500 रुपए कम में अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं. कांग्रेस सरकार आने पर किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी मिलेगी.
‘किसानों को MSP से भी कम रेट में फसल बेचनी पड़ी’
वहीं पूंडरी से कांग्रेस प्रत्याशी सुल्तान सिंह जडौला के समर्थन में भी कांग्रेस नेता हुड्डा ने जनसभा को संबोधित किया. उन्होंनें लोगों को जडौला के समर्थन में वोट करने की अपील की. इस साथ ही कहा कि आज किसान खुद बताते हैं कि कांग्रेस के राज में, जीरी गई जहाज में और अब बीजेपी के राज में ‘जीरी गई ब्याज में’. क्योंकि कांग्रेस सरकार के दौरान किसानों को फसलों के ऊंचे रेट मिलते थे. लेकिन बीजेपी कार्यकाल में किसानों को एमएसपी से भी कम रेट पर अपनी फसल बेचनी पड़ रही है.