Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख (16 सितंबर) को थी. ऐसे में सोमवार को कांग्रेस बागियों को मनाने की भरपूर कोशिश की और इसमें पार्टी को सफलता भी मिली. कांग्रेस के नेताओं ने लगभग 10 बड़े बागियों को नाम वापसी के लिए मनाया और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया.


बीते दिनों दीपेंद्र हुड्डा अंबाला शहर के जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह दोनों को मनाने के लिए उनके घर पहुंचे थे. दोनों की नाराजगी हुड्डा खेमे के चार बार के विधायक निर्मल सिंह को टिकट देने के फैसले के बाद शुरू हुई थी. वहीं छह बार के विधायक और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री संपत सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार अनिल मान के खिलाफ नलवा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. फिलहाल उन्होंने भी आखिरी दिन अपना नामांकन वापस ले लिया. 


चित्रा सरवारा अभी भी मैदान में
वहीं एक अन्य नेता राम किशन फौजी ने बवानीखेड़ा सीट से अपना नाम वापस ले लिया. हालांकि, निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा, जो कांग्रेस की बागी हैं, अंबाला कैंट सीट से चुनाव मैदान में हैं. कई पूर्व मंत्रियों और विधायक स्तर के नेताओं की नाम वापसी को कांग्रेस के लिए बड़ी सफलता और चुनावी बढ़त के तौर पर देखा जा रहा है. 


सूत्रों के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने वाले लगभग 20 अन्य नेताओं के पास कोई मजबूत आधार न होने के चलते उनके द्वारा पार्टी के लिए कोई गंभीर चुनौती पेश करने की संभावना नहीं है. बागियों के नामांकन वापस लेने से कांग्रेस को बड़ा राहत मिली है. वहीं बीजेपी के लिए चुनौती बढ़ने वाली है.


चुनावी मैदान में बचे 1,031 उम्मीदवार


सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम डेट थी. राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए 1,031 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं. इस बार 1,559 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए थे. इनमें से जांच के बाद 1,221 नामांकन वैध पाए गए और इनमें से 190 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया. जिससे 1,031 उम्मीदवार मैदान में रह गए.




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