Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अभी तक 90 में से 88 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है. अभी दो सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा और होनी है. लेकिन, उससे पहले जिन टिकट के दावेदारों को टिकट नहीं मिला, उनका दर्द सामने आने लगा है. दरअसल, कांग्रेस ने कलायत सीट से विकास सहारण को मैदान में उतारा है. इसकी वजह से इस सीट से टिकट की रेस में शामिल श्वेता ढुल की नाराजगी सामने आई है.
कांग्रेस नेता श्वेता ढुल ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मेरे पिता कोई बड़े नेता होते तो यूं ऐन मौके पर मेरी टिकट कटती क्या? बहरहाल, कोई टिप्पणी नहीं करूंगी, केवल इतना कहना चाहती हूं कि राजा का बेटा ही राजा बनता है. यही सत्य है." कांग्रेस नेता श्वेता ढुल लगातार बीजेपी सरकार के खिलाफ उठाती रही हैं. वे लगातार काफी दिनों से अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार-प्रसार भी कर रही थीं. उनकी जनसभा को संबोधित करने के लिए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी पहुंचे थे. यहीं नहीं सभा के दौरान श्वेता ढुल ने अपना कार्यपत्र भी पेश किया था.
रणदीप सिंह सुरजेवाला खुद कर चुके हैं श्वेता ढुल की तारीफ
इस सभा को संबोधित करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था, "जब हर बार मैं युवाओं की आवाज उठाता हूं तो मैं इस लड़की (श्वेता ढुल) से सिखता हूं. मैं इनसे पूछ लेता हूं कि ये मुद्दें हैं, इसमें आपको क्या कमी नजर आती है. आज अगर हरियाणा में युवाओं को पारदर्शिता की नौकरी देने के मुद्दों पर फोकस है तो उसका श्रेय श्वेता ढुल को जाता है."
बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में कलायत सीट पर बीजेपी की कमलेश ढांडा ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के जयप्रकाश इस सीट से दूसरे नंबर पर रहे थे. जयप्रकाश अब हिसार से लोकसभा सांसद चुने जा चुके हैं. ऐसे में कलायत सीट से श्वेता ढुल ने अपना टिकट कंफर्म मानकर तैयारी शुरू कर दी थी. लेकिन, पार्टी ने उनकी जगह सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को टिकट दे दिया. इसकी वजह से उनकी नाराजगी देखने को मिली है.
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