हरियाणा में टिकट बंटवारे में किस पार्टी ने दिखाया कितना परिवारवाद?
Haryana Assembly Election: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी से लेकर कांग्रेस, इनेलो और जेजेपी में टिकट बंटवारे में जबरदस्त परिवारवाद देखने को मिला है. प्रदेश में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी.
Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी बिसात बिछ गई है. सभी पार्टियों ने गुरुवार (12 सितंबर) को नामांकन के आखिरी दिन फाइनल तौर से अपने-अपने सभी उम्मीदवारों को चुनावी जंग के लिए उतार दिया. सियासी दलों ने इस चुनाव में वंशवाद या परिवारवाद को आगे बढ़ाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी से लेकर कांग्रेस, इनेलो और जेजेपी में टिकट बंटवारे में जबरदस्त परिवारवाद देखने को मिला है. प्रदेश के पूर्व मंत्री, सांसद और विधायकों के बेटे-बेटियों से लेकर अलग-अलग दलों के नेताओं के परिवार के दूसरे सदस्य भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं.
कांग्रेस में कितना परिवारवाद?
कांग्रेस ने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने में अपनों का खासा ध्यान रखा. कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल से टिकट मिला है. मुलाना से पूजा चौधरी को टिकट मिला है, वह अंबाला के सांसद वरुण चौधरी की पत्नी हैं. वरुण हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रमुख फूलचंद मुलाना के पुत्र हैं.
पंचकुला से कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी CM चंद्रमोहन पर फिर से भरोसा किया है. पलवल विधानसभा क्षेत्र से करण दलाल को मौका मिला है. वो पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रिश्तेदार ही हैं. कलायत विधानसभा क्षेत्र से हिसार के लोकसभा सांसद जयप्रकाश सहारन के बेटे विकास सहारन को टिकट दिया गया है.
वहीं, तोशाम से पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को टिकट मिला है. उनका मुकाबला बीजेपी की प्रत्याशी श्रुति चौधरी से है. सूत्रों की मानें तो भूपेंद्र हुड्डा की सिफारिश पर 72 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. वहीं, कुमारी सैलजा के कहने पर पार्टी ने 9 उम्मीदवारों को उतारा है.
हरियाणा में बीजेपी का वंशवाद कितना हावी?
बीजेपी के नेता भले ही राजनीति में परिवारवाद और वंशवाद के खिलाफ बयान देते नजर आते हैं लेकिन सच्चाई ये है कि हरियाणा चुनाव को लेकर पार्टी ने भी परिवारवाद को खूब सपोर्ट किया है. राज्य में फैमिली कार्ड खेलते हुए बीजेपी ने टिकट बांटने में अपनों पर खूब मेहरबानी की है.
बीजेपी ने हरियाणा में कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को चुनाव मैदान में उतारा. इसके साथ ही बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती सिंह राव को टिकट दिया है. वहीं, हाल में बीजेपी में शामिल हुईं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है.
इसका अलावा करतार भडाना के बेटे मनमोहन भडाना को भी बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है. हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान को भी चुनाव का टिकट देकर मौका दिया गया है.
हरियाणा में चौधरी देवीलाल के परिवार को देखें तो कई सदस्य चुनाव मैंदान में उतरे हुए हैं. इनेलो नेता अभय चौटाला एलनाबाद से और उनके बेटे अर्जुन चौटाला रानियां सीट से ताल ठोंक रहे हैं. उनके चचेरे भाई आदित्य चौटाला भी डबवाली सीट से मैदान में हैं. उधर जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला उचाना कलां से चुनाव मैंदान में हैं, जबकि उनके भाई दिग्विजय चौटाला डबवाली से किस्मत आजमा रहे हैं. देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला रानियां से निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं.
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