Haryana News: हरियाणा में सरकार के गठन को एक महीना हो गया और विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन विधानसभा में कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष पर फैसला नहीं किया गया. भले ही कांग्रेस की ओर से किसी भी विधायक के नाम का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन ज्यादातर विधायक यह चाहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) को ही हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुना जाए. कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस पर मंथन कर रहा है.
पूर्व सीएम ने खुद यह बयान दिया है कि झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद हरियाणा में कांग्रेस के विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस में नेता विपक्ष को लेकर गतिरोध चल रहा है. इन सबके बीच भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को कहा है कि जल्दबाजी किस बात की है. कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव मई में हुए और बीजेपी ने नेता विपक्ष नवंबर में चुना है. हमारी ओर से प्रस्ताव हाईकमान को भेज दिया गया है और पार्टी हाईकमान आखिरी फैसला लेगा.
बीजेपी को उसके ही सवाल में घेरते दिखे कांग्रेस MLA
मीडिया की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि जो भी होगा वह झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद ही होगा. कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने नेता विपक्ष पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा है कि कर्नाटक में मई में चुनाव हुए. बीजेपी ने नेता विपक्ष चुनने के लिए काफी समय लिया और नवंबर में विपक्ष का नेता चुना गया. उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष के लिए सभी विधायक अपनी बात रखेंगे सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है.
क्या अशोक अरोड़ा होंगे नेता प्रतिपक्ष?
अशोक अरोड़ा ने कहा, ''मैं पार्टी का एक सिपाही हूं. मेरा नाम नेता विपक्ष के लिए मीडिया के साथियों ने उठाया होगा. मुझे इस बारे में कुछ मालूम नहीं है. मैं कांग्रेस का एक सच्चा सिपाही हूं. पार्टी के अंदर नेता विपक्ष को लेकर किसी भी तरह का कोई गतिरोध नहीं है. महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष का नाम भी चुन लिया जाएगा. ज्यादातर विधायक चाहते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष बने. लेकिन, आखिरी फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ही करेंगे.''
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