(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'इस हार को बहुत...', हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अशोक गहलोत का बड़ा बयान
Haryana Election 2024 Results: हरियाणा में कांग्रेस को भरोसा था कि राज्य में 10 साल बाद सत्ता में पार्टी की वापसी होगी. लेकिन नतीजों में पार्टी को बड़ा झटका लगा.
Haryana News: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के पूर्व सीएम और हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस के सीनियर पर्यवेक्षक अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि इसे बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश कह रहा था कि कांग्रेस की जीत होगी और फिर कैसे विपरीत परिणाम हुए. इसको लेकर कार्यकर्ताओं की आशंकाएं हैं. अशोक गहलोत ने यह बात दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से कही.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा, ''इस हार को बहुत गंभीरता से लिए जा रहा है. पूरा मीडिया, एग्जिट पोल और आम जनता सर्वे कर रही थी कि सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है. उसके बाद ऐसे क्या कारण रहे हैं कि परिणाम उलटे आ गए हैं. इसे खरगे साहब और राहुल जी ने गंभीरता से लिया है. वरिष्ठ पर्यवेक्षक और सचिव को बुलाया गया था और खुलकर बात हुई.''
हमारे मन में आशंकाएं हैं- अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा, ''बैठक में अच्छे से चर्चा हुई है. केसी वेणुगोपाल बताएंगे किस प्रकार फॉलो-अप होगा. तह तक जाना जरूरी है. एक राष्ट्रीय पार्टी जिसके जीतने की बात पूरा देश और प्रदेश कर रहा था. क्या कारण रहे कि नतीजे उलटे आ गए. हमारे कार्यकर्ताओं के मन आशंकाएं हैं.''
#WATCH | Delhi | AICC senior observer for Haryana polls, Congress leader Ashok Gehlot says, "We are taking this loss very seriously. The exit polls, the public in one voice was saying that Congress would form govt (in Haryana). We need to go to the root of this..." pic.twitter.com/CPOncfICCy
— ANI (@ANI) October 10, 2024
उन्होंने आगे कहा, ''आम लोगों के दिल में भी आशंकाएं हैं. ईवीएम वजह रहा हो या कैसी भी स्थिति बनी हो. हमने चुनाव आयोग से मुलाकात की और उनसे कहा कि हमारी आशंकाएं दूर कीजिए. हमने लिखित में ज्ञापन भी दिया है.'' बता दें कि इस बैठक में अशोक गहलोत के अलावा अजय माकन भी थे. दोनों को हरियाणा का पर्यवेक्षक बनाया गया था. हालांकि इसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान नहीं पहुंचे थे. उदयभान विधायकी का चुनाव भी हार गए हैं.
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