हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की समयसीमा सोमवार (16 सितंबर) को खत्म हो गई. इस दिन बीजेपी और कांग्रेस डैमेट कंट्रोल में जुटी रही. नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश की गई. इसमें कांग्रेस और बीजेपी को सफलता भी मिली.
इन नेताओं ने वापस लिया नामांकन
- इंद्री विधानसभा से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से नामांकन भरने वाले राजकुमार सैनी ने नामांकन वापिस लेकर बीजेपी को समर्थन दिया.
- अटेली विधानसभा से कांग्रेस से बागी हेमंत शर्मा ने नामांकन वापिस लेकर बीजेपी को समर्थन दिया.
- नारनौल विधानसभा से बीजेपी की बागी भारती सैनी ने नामांकन वापिस लेकर बीजेपी को समर्थन दिया.
- सोनीपत से बीजेपी से बागी राजीव जैन ने नामांकन वापिस लेकर बीजेपी को समर्थन दिया.
- बवानी खेड़ा से कांग्रेस से बागी राम किशन फौजी ने नामांकन वापिस लेकर कांग्रेस को समर्थन दिया.
- नागल चौधरी से बीजेपी से बागी सतीश सैनी ने नामांकन वापिस लेकर बीजेपी को समर्थन दिया.
- बादली से इनेलो बसपा के उम्मीदवार महेंद्र सिंह नामांकन वापिस लिया.
- नलवा से कांग्रेस के बागी संपत सिंह ने नामांकन वापिस लिया.
- अंबाला से कांग्रेस के बागी जसबीर मलौर ने नामांकन वापिस लिया.
- अटेली से बीजेपी की बागी और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतोष यादव ने भी नामांकन वापिस ले लिया.
गौरतलब है कि 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में एक चरण में ही पांच अक्टूबर को मतदान होना है. सभी के नतीजे एक साथ आठ अक्टूबर को सामने आएंगे. बीजेपी राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने के मिशन में है. वहीं कांग्रेस का दावा है कि इस बार हरियाणा में बीजेपी सत्ता से बाहर हो जाएगी. वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन नहीं होने की वजह से आप अकेले मैदान में है.
मायावती की पार्टी का इनेलो के साथ गठबंधन है. वहीं दुष्यंत चौटाला की जेजेपी और यूपी की नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ रही है.
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