Haryana Assembly Election Results: हरियाणा में बीजेपी बड़ी जीत की तरफ बढ़ती नजर आ रही है तो कांग्रेस ने भले ही पिछले चुनाव के मुकाबले अपने नंबर सुधारे हैं लेकिन यह बहुमत के आंकड़े से दूर है. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर दोपहर 3.30 बजे तक दर्ज आंकडो़ं के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने 15-15 सीटें जीत ली हैं, बीजेपी 35 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस ने 20 सीटों पर बढ़त बनाया हुआ है. हालांकि अब कांग्रेस के हार के कारण और बीजेपी की जीत की वजहों पर चर्चाएं तेज हो रही हैं.
कांग्रेस के हार के कारण
- हरियाणा में ऐसा देखा गया कि कांग्रेस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कंट्रोल था. बाकी नेता बाहर नजर आए. टिकट बंटवारे में उनका दबदबा भी नजर आया.
- कांग्रेस चुनाव प्रचार में जाट की तरफ दिखती रही लेकिन ऐसे में वह नॉन जाट और बाकी बिरादरियों से दूर हो गई.
- कांग्रेस के अंदर कलह भी इस नतीजे का कारण माना जा रहा है. कुमारी सैलजा और हुड्डा के बीच दरार साफ नजर आई.
- कांग्रेस ने अग्निवीर, किसान और पहलवान के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया लेकिन चुनाव में इसका असर होता नहीं दिखा.
- कांग्रेस की गारंटी पर भी संभवत: लोगों ने भरोसा नहीं किया क्योंकि पड़ोसी राज्य हिमाचल में कांग्रेस अपना वादा पूरा करने में नाकाम दिखी.
बीजेपी की जीत का कारण
- बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर चल रही थी लेकिन 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को बीजेपी ने सीएम बदल कर छह महीने में दूर कर दिया.
- बीजेपी के बारे में कहा जा रहा है कि इसने ओबीसी, दलित और गैर जाट वोटरों पर काम किया.
- गठबंधन में बीजेपी को जो दल भार लग रहे थे, उनसे दूरी बनाई. लोकसभा चुनाव से पहले जेजेपी से किनारा कर लिया.
- बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा, जिसका उसे फायदा मिला.
- ऐसा बताया जा रहा है कि हरियाणा में आरएसएस के ग्राउंड वर्क का भी बीजेपी को फायदा मिला है.
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