Haryana News: सोनीपत (Sonipat) में बीजेपी को बड़ी राहत मिली है. यहां एक बागी नेता ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. आज (16 सितंबर) हरियाणा में नामांकन वापस लेने की तारीख है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों का उन नेताओं पर ध्यान हैं जिन्होंने बगावत कर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है. इसी क्रम में बीजेपी सोनीपत में बगावत करने वाले वरिष्ठ नेता राजीव जैन (Rajeev Jain) को मनाने में कामयाब रही.


राजीव जैन को टिकट ना मिलने पर वह रो पड़े थे और फिर निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया था. लेकिन नामांकन वापस लेने की तारीख तक आखिरकार बीजेपी ने उन्हें मना ही लिया. 


बीजेपी के मजबूत सिपाही हैं राजीव जैन- सीएम सैनी
सीएम नायब सिंह सैनी ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ''सोनीपत में भारतीय जनता पार्टी के मजबूत सिपाही और समर्पित नेता राजीव जैन जी ने अपना नामांकन वापस लेकर भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का फैसला लिया है. राजीव जैन जी और कविता जैन जी का ये फैसला न सिर्फ स्वागत योग्य है बल्कि पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को इसका लाभ मिलेगा. पूर्ण बहुमत की तीसरी बार सरकार बनाने में सोनीपत का इस बार सबसे सराहनीय योगदान होगा.''


कांग्रेस से आए निखिल मदान को दिया यहां BJP ने टिकट
बीजेपी ने सोनीपत सीट से कांग्रेस छोड़कर आए निखिल मदान को टिकट दिया है जिनका मुकाबला कांग्रेस के सुरेंद्र पनवर, आज समाज पार्टी के राजेश, इनेलो के श्रद्धा राम और आप देवेंद्र गौतम से है.बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरेंद्र पनवर को जीत हासिल हुई थी. इस  सीट पर इससे पहले बीजेपी का दबदबा रहा है. बीजेपी ने 2009 और 2014 में राजीव जैन की पत्नी कविता जैन को टिकट दिया था और दोनों ही बार उन्हें जीत हासिल हुई थी. हालांकि इस बार टिकट ना मिलने से राजीव और कविता दोनों ने बगावती रुख अपना लिखा था.


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