हरियाणा में बीजेपी की नई सरकार का गुरुवार (17 अक्टूबर) को शपथ हुआ. सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में एक बार फिर हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी है. इसमें पार्टी के सीनियर नेता अनिल विज को एक बार फिर शामिल किया गया है. चुनावों के दौरान उन्होंने सीएम पद को लेकर 'दावेदारी' पेश की थी, इस पर अब उन्होंने एक तरह से सफाई दी है. 


'मेरे खिलाफ एक साजिश हुई थी...'


अनिल विज ने कहा, "मैंने कभी भी दावेदारी नहीं की थी. मेरे खिलाफ प्रचार हुआ था. जिसका मेरे कार्यकर्ताओं में बहुत रोष था. प्रचार ये हुआ कि अनिल विज तो जिम्मेवारी लेना नहीं चाहता है. मैंने तो वो क्लियर किया कि मैंने तो कभी मना किया नहीं है. अगर मुझे हाईकमांड कहती तो मैं जिम्मेवारी लेता."






हरियाणा में किन-किन नेताओं ने ली शपथ


सीएम सैनी और अनिल विज के अलावा गुरुवार को इसराना से विधायक कृष्ण लाल पंवार, बादशाहपुर से विधायक और अहीर नेता राव नरबीर सिंह, पानीपत ग्रामीण से विधायक और जाट नेता महिपाल ढांडा, फरीदाबाद से विधायक विपुल गोयल, गोहाना से विधायक अरविंद शर्मा, रादौर से विधायक श्याम सिंह राणा, बरवाला से विधायक रणबीर गंगवा और नरवाना से विधायक कुमार बेदी ने भी मंत्री पद की शपथ ली.


दो महिला विधायकों- तोशाम से विधायक श्रुति चौधरी और अटेली से विधायक आरती सिंह राव को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.  श्रुति राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी की बेटी हैं. पहली बार विधायक बनीं आरती केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पुत्री हैं.  तिगांव से विधायक राजेश नागर और पलवल से विधायक गौरव गौतम ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली.  चौधरी को छोड़कर सभी नए मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ली. चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ ली. 


हरियाणा में पांच अक्टूबर को हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीट जीतकर राज्य में ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल हासिल किया. हिसार से विधायक सावित्री जिंदल समेत तीन निर्दलीय विधायकों ने भी पार्टी को समर्थन दिया.  (पीटीआई के इनपुट के साथ)


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