Yamunanagar News: हरियाणा के यमुनानगर के खेड़ी लक्खा सिंह गोलीकांड में बड़ा अपडेट आया है. अस्पताल में इलाज के दौरान अर्जुन राणा की भी मौत हो गई. घटना में पंकज मलिक और वीरेंद्र राणा की मौके पर मौत हो गई थी. बदमाशों ने मौके पर 100 राउंड फायरिंग की थी. यमुनानगर पुलिस ने अब तक हमलावरों का साथ देने के लिए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. कई अन्य लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है.
हरियाणा के यमुनानगर जिले में रादौर ब्लॉक के खेड़ी लक्खा सिंह गांव में 26 दिसंबर को पांच नकाबपोश लोगों ने तीन लोगों पर दिनदाहड़े गोली चला दी. मृतकों की पहचान बाद में वीरेंद्र राणा और पंकज मलिक के रूप में हुई. वीरेंद्र गलोनी गांव और पंकज यूपी के बड़ौत का रहने वाला था. अर्जुन राणा भी यमुनानगर का रहने वाला था उसे चंडीगढ़ के पीजीआई में रेफर किया गया था. यह हमला गैंगवार में हुआ था.
बताया जा रहा है कि जहां वारदात हुई वहां से महज कुछ दूरी पर ही पुलिस की चौकी थी लेकिन इस पूरी वारदात में पुलिस ने मौके तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाई. जिस पर एसपी ने संज्ञान लेते हुए चौकी चार्ज सहित 15 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया.
जिम से लौटने के दौरान हमला
बताया जा रहा है कि वीरेंद्र, पंकज और अर्जुन गुरुवार सुबह 7 बजे जिम आए थे. उन्होंने एक घंटे तक व्यायाम किया और फिर वे घर लौटने वाले थे. वे पार्किंग एरिया में मौजूद थे कि पांच नकाबपोश लोगों ने उनके ऊपर सुबह 8 बजे हमला कर दिया. वीरेंद्र और पंकज की मौत हो गई. हमलावर तब तक गोलीबारी करते रहे जब तक दोनों की मौत नहीं हो गई. गोलीबारी के बीच अर्जुन भागने लगा, उसे भी हमलावरों ने गोली मार दी. यह सारा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया.
घटना के बाद एसपी का आया था यह बयान
यमुनानगर के एसपी राजीव देवसाल, रादौर के डीएसपी आशीष चौधरी और एसएचओ सब-इंस्पेक्टर संदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. एसपी ने अर्जुन से अस्पताल में भी मुलाकात की थी. घटना के बाद फॉरेंसिक टीम को भी सबूत जुटाने के लिए मौके पर भेजा गया. एसपी ने घटना के बाद बयान दिया. ''हम मामले की जांच कर रहे हैं और हमारी टीम आरोपियों की तलाश कर रही है. आरोपियों के खिलाफ जल्द कड़ा एक्शन लिया जाएगा.''
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