पुलिस की भूमिका पर सवाल? गुरुग्राम के स्कूल में बच्ची से उत्पीड़न केस में हरियाणा महिला आयोग ने लिया संज्ञान
Gurugram News: गुरुग्राम के एक प्राइवेट स्कूल में 3.5 साल की बच्ची के साथ हुए उत्पीड़न के मामले में हरियाणा बाल आयोग और हरियाणा प्रदेश महिला आयोग ने संज्ञान लिया है.
Haryana Crime: गुरुग्राम के प्राइवेट स्कूल में साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ हुए उत्पीड़न मामले में हरियाणा बाल आयोग के साथ साथ हरियाणा प्रदेश महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है और सोमवार तक स्कूल को बंद रखने के आदेश दिए हैं. इस मामले में आयोग ने स्कूल और पुलिस की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को इलाके के एसएचओ और मामले की महिला इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर की शिकायत की है.
हरियाणा महिला आयोग की प्रदेश अध्यक्ष रेनू भाटिया ने बताया कि पीड़िता बच्ची की मां ने उनसे संपर्क किया था और बताया कि उनकी साढ़े तीन साल की बेटी के साथ स्कूल में उत्पीड़न हुआ है लेकिन स्कूल प्रबंधन और पुलिस विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है तो वे इस मामले में हरियाणा बाल आयोग की अध्यक्ष के साथ स्कूल पहुंचीं.
रेनू भाटिया ने बताया कि दरअसल बच्ची एक फूड डिलीवरी बॉय को देखकर डर गई थी तो बच्ची के माता पिता चिंतित हुए और फिर जब बच्ची से पूछा तो उसने बताया कि स्कूल के वॉशरूम में एक शख्स ने बच्ची के साथ गलत हरकत की है.
इसकी शिकायत परिजनों ने स्कूल से की तो स्कूल ने उन्हें 5 घंटे बैठाए रखा और एडिटेड वीडियो दिखाया. पुलिस को शिकायत की गई तो पुलिस ने भी उन्हें एक सप्ताह तक टहलाया. इसके बाद जब आयोग की टीम स्कूल पहुंची तो उन्होंने अपनी जांच में आरोपी को चिह्नित किया. रेनू भाटिया ने बताया कि जांच में सामने आया कि स्कूल ने इस घटना के बाद अपने आरोपी स्टाफ को बचाने की कोशिश की और उसे छुट्टी पर भेज दिया.
अब सवाल उठता है कि जब आयोग की टीम ने आरोपी को चिह्नित कर लिया तब पुलिस ने देरी से एफआईआर की और अभी तक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है.
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